वाशिम में विकराल हुआ जलसंकट

वाशिम. जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल संकट गहराता जा रहा है. मई व जून महीने में कितनी भीषण होगी इसकी कल्पना से ही लोग परेशान है. पिछले दिनों प्रकल्पों के जलसंचय की समीक्षा की गई. शहर को

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वाशिम. जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल संकट गहराता जा रहा है. मई व जून महीने में कितनी भीषण होगी इसकी कल्पना से ही लोग परेशान है. पिछले दिनों प्रकल्पों के जलसंचय की समीक्षा की गई. शहर को जलापूर्ति करने वाले एकबुर्जी प्रकल्प में 2.72 दलघमी जल शेष है. वहीं मालेगांव तहसील के सोनल प्रकल्प में 0.55 दलघमी जल शेष है. कारंजा के अडान, अरुणावती प्रकल्प में 12 दलघमी जल है. जिले के 2 मध्यम जलप्रकल्पों में 3.27 दलघमी तथा अन्य 131 लघु जलाशयों में 56 दलघमी पानी है. जैसे-जैसे सूर्य की तपन बढ़ रही है. वैसे-वैसे शहर के साथ परिसर में जल समस्या अधिक गहराती जा रही है. इन दिनों शहर में नगर परिषद द्वारा 8 से 10 दिनों में एक बार ही जलापूर्ति की जा रही है जिससे लोगों को पानी के लिए पर्यायी व्यवस्था करनी पड़ रही है.

जिले के 502 गांवों में पानी की किल्लत
शासकीय पानी पूर्ति प्रारुप एवं सर्वेक्षण नुसार मई महीने में जिले के 502 गांव भीषण जलसंकट की चपेट में आने वाले है. आने वाले दिनों में जिले के अनेक ग्रामों में जलसमस्या भीषण होने की संभावना बतायी जा रही है. दिन ब दिन बढ़ती जनसंख्या, अपर्याप्त व अनियमित वर्षा, शहरीकरण के कारण जलस्त्रोतों का स्तर गिरता जा रहा है. वहीं दूसरी ओर सिंचाई समेत सभी क्षेत्रों में पानी की मांग बढ़ रही है. किंतु जलसंसाधनों की आपूर्ति सीमित ही है. इसके अलावा जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का खतरा बढ़ता जा रहा है जिससे जल उपलब्धता और कम हो रही है.

करोड़ों खर्च फिर भी प्यासे
उल्लेखनीय है कि योजनाओं पर प्रतिवर्ष करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं. लेकिन ग्रामीणों की प्यास बुछाने के लिए असफल ही साबित हो रही है. जिले के मध्यम व लघु जलप्रकल्पों में कुल 56 दलघमी शेष है जिससे आने वाले दिनो में ग्रामीण क्षेत्रों में पानी के लिए लोगों में त्राहि-त्राहि मचेगी. वाशिम में 11 अप्रैल को लोकसभा चुनाव हो रहे है. एक जहां लोग पानी की समस्या लेकर चिंताग्रस्त हो रहे हैं. वहीं दूसरी ओर नेता वोट मांगते नजर आ रहे हैं.

तहसीलनिहाय जलप्रकल्पों की स्थिति
वाशिम तहसील के एक मध्यम एकबुर्जी जलप्रकल्प में 2.72 दलघमी तथा 35 लघु जल प्रकल्पों में 6.48 दलघमी पानी है. इस प्रकार से दोनों मिलाकर कुल 9.2 दलघमी जल है. मालेगांव तहसील में एक मध्यम सोनल जलप्रकल्प में 0.56 दलघमी एवं 23 लघु जलप्रकल्पों में 7.17 दलघमी जल है. इस प्रकार से तहसील में दोनों मिलाकर कुल 7.72 दलघमी पानी है. कारंजा तहसील के एक मध्यम जलप्रकल्प में 12.दलघमी तथा अन्य 16 लघु जलप्रकल्प में 10.41 दलघमी, मंगरुलपीर तहसील के 15 लघु जलप्रकल्पों में 3.37 दलघमी, रिसोड़ तहसील के 18 लघु जलप्रकल्पों में 5.56 दलघमी, मानोरा तहसील के 24 लघु जलप्रकल्पों में 8.45 दलघमी पानी है. जिले के कुल 131 लघु जलप्रकल्पों में 41 दलघमी जलसंचय है.