2,000 खेततालाबों का होगा निर्माण

बुलढाना. जिले में सूखे जैसे हालात है, जिसका मुकाबला करने के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार रहें. जिले के लोगों को भविष्य में सूखे का सामना न करना पड़े इसके लिए जिले में 2,000 खेततालाब का निर्माण किया

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बुलढाना. जिले में सूखे जैसे हालात है, जिसका मुकाबला करने के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार रहें. जिले के लोगों को भविष्य में सूखे का सामना न करना पड़े इसके लिए जिले में 2,000 खेततालाब का निर्माण किया जाएगा, ऐसा विचार राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रखे. बुलढाना जिले के सूखाग्रस्त हालातों का ज़ायज़ा लेने के लिए स्थानीय जिलाधिकारी कार्यालय के नियोजन भवन में बैठक का आयोजन किया गया था. इस बैठक में फडणवीस ने जिले के फसलों की स्थिति, सरकार की योजनाओं पर होने वाला अमल, सिंचाई की स्थिति, कानून-व्यवस्था की जानकारी ली.

बैठक में पालकमंत्री मदन येरावार, सांसद प्रतापराव जाधव, जि. प. अध्यक्षा उमा तायडे, विधायक चैनसुख संचेती, डा. संजय कुटे, डा. संजय रायमूलकर, राहूल बोंद्रे, एड. आकाश फुंडकर, डा. शशिकांत खेडेकर, अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रवीणसिंह परदेशी, विभागीय आयुक्त पीयूष सिंह, जलसंपदा विभाग के सचिव अविनाश सुर्वे, जिलाधिकारी डा. निरुपमा डांगे, जि. प. के मुख्य कार्यकारी अधिकारी षण्मुगराजन एस. समेत अधिकारी और लोकप्रतिनिधि उपस्थित थे. बैठक में राज्य के मुख्य सचिव दिनेशकुमार जैन वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरीए संपर्क में थे.

20,967 घरों के निर्माण का लक्ष्य
बैठक में मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि, प्रधानमंत्री की 2022 तक सभी को अपना घर उपलब्ध कराने की योजना के प्रस्तावों को दिसम्बर तक किसी भी हाल में मंजूरी प्रदान करें. जिले के नागरी इलाकों में कुल 20,967 घरों के निर्माण का लक्ष्य पूरा करने के लिए निश्चित समय दिया जाएगा. किसानों को खेततालाब देने की योजना की जानकारी लेते हुए इस संदर्भ में जिले को 5 हजार खेततालाबों का लक्ष्य दिया गया था, जिनमें से 4,772 खेततालाब पूरे हुए ऐसी जानकारी अधिकारियों की ओर से दी गई.

हर जिले में उपलब्ध कराई जाएगी मशीनें
मुख्यमंत्री ने कहा कि, इस वर्ष बारिश की स्थिति को देखते हुए जिले में सूखे के हालात दिखाई दे रहे है. इसिलए सिंचाई के कामों का अधिकारी अतिरिक्त नियोजन करें. इस काम के लिए लगने वाली तकनीकी सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी. हर जिले में 20 जेसीबी और 30 पोकलेन ऐसे कुल 50 मशीनें उपलब्ध कराए जाएंगे. इसके साथ ही जिले में हो रहे जलयुक्त के कामों का बारिश के अवकाश के समय कितना उपयोग हुआ, इसका जायजा लिया जाए.

डीबीटी योजना के तहत जमा हो रही राशि
प्रधानमंत्री मुद्रा एवं अण्णासाहब पाटिल आर्थिक विकास महामंडल के योजनाओं के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि, इस योजना में जिले ने अच्छा काम किया है. इसलिए इसका अच्छी तरह से प्रचार किया जाए. इस बार छात्रवृत्ति सीधे छात्रों के खातों में डीबीटी योजना के तहत जमा की जा रही है. इस कारण से सीधे लाभार्थियों को लाभ हो रहा है. जिले में ग्रामसड़क योजना का काम गति से होने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिए. उन्होंने कहा कि, 2019-20 के कामों की टेंडर प्रोसेस नवम्बर 2018 तक पूरी की जाएं. बीजोत्पादन उपक्रम के तहत देऊलगांवराजा तहसील में 200 शेडनेट की मांग है. यह मांग भी जल्द पूरी की जाएंगी.