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नयी दिल्ली. कल गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर राजधानी दिल्ली (Delhi) में किसान आंदोलन (Farmers Protest) के दौरान जमकर उपद्रव और उत्पात हुआ। जहाँ कल हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली में आ घुसे, वहीं कई जगहों पर पुलिस के साथ इन लोगों की भिड़ंत हुई और ITO- लालकिले (ITO-Red Fort) जैसे महत्वपूर्ण इलाके में बवाल भी हुआ। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने लालकिले पर जाकर निशान साहिब का झंडा भी फहराया। बीते दिन के इस बवाल के बवाल के बाद दिल्ली के कुछ हिस्सों में अब इंटरनेट बंद है, वहीं पुलिस दोषियों को ढूंढने में तत्पर है।

बता दें कि दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर पुलिस ने अबतक कुल 15 FIR दर्ज कर ली हैं। पुलिस का कहना है कि जैसे-जैसे मामले सामने आ रहे हैं, शिकायतें मिल रही हैं और भी FIR दर्ज की जाएंगी। कल के इस उपद्रव के बाद अब दिल्ली पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। दिल्ली के कई इलाकों में तांडव करने वाले प्रदर्शनकारियों को पुलिस तलाश रही है। इसी क्रम में एक नाम जो सामने आया है, वह है गैंगस्टर लक्खा सिंह सिधाना का। आरोप है कि लक्खा सिधाना और उसके साथियों की सेंट्रल दिल्ली में हुए बवाल में बड़ी भूमिका है। अब इसी की दिल्ली पुलिस जांच कर रही है। 

बताया  जा रहा है कि किसान ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा में 86 पुलिसवाले हुए घायल हुए हैं। इनमें से 45 को इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है, जहां कई की हालत गंभीर बनी हुई है। इसी के साथ कई सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है।” दिल्ली पुलिस के अनुसार द्वारका इलाके में हुई हिंसा में मोहन गार्डन पुलिस स्टेशन के SHO सहित 30 पुलिसकर्मी ने गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इस संबंध में तीन एफआईआर दर्ज की गई है।

गौरतलब है कि संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से गणतंत्र दिवस के मौके पर किसान ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया गया था । प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड के संबंध में मोर्चा के साथ दिल्ली पुलिस की कई दौर की बैठक हुयी थी । बयान के अनुसार मंगलवार को सुबह करीब 8:30 बजे छह हजार से सात हजार ट्रैक्टर सिंघू सीमा पर एकत्र हुए । पहले से निर्धारित रास्तों पर जाने के बदले उन्होंने मध्य दिल्ली की ओर जाने पर जोर दिया । बार बार आग्रह के बावजूद निहंगों की अगुवाई में किसानों ने पुलिस पर हमला किया और पुलिस के अवरोधकों को तोड़ दिया । गाजीपुर एवं टीकरी सीमा से भी इसी तरह की घटना की खबरें हैं । इसमें कहा गया है कि आइटीओ पर गाजीपुर एवं सिंघू सीमा से आये किसानों के एक बड़े समूह ने लुटियन जोन की तरफ जाने का प्रयास किया । जब पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोका तो किसानों का एक वर्ग हिंसक हो गया । उन्होंने अवरोधक तोड़ दिये तथा वहां मौजूद पुलिसकर्मियों को कुचलने का प्रयास किया । पुलिस भीड़ को हटाने में कामयाब रही ।

इधर संयुक्त किसान मोर्चा का कहना है कि उनका कल हुई हिंसा से कुछ भी लेना-देना नहीं है, ट्रैक्टर रैली में कल बड़ी संख्या में उपद्रवी घुस गए थे जिन्होंने ही पूरा बवाल किया है। अब खबर के अनुसार कुछ देर में यानी आज सुबह करीब नौ बजे किसान नेता फिर आपस में चर्चा करेंगे और आंदोलन की आगे की रूप-रेखा तय होगी। बताया जा रहा है कि बीती रात को ही काफी प्रदर्शनकारी अपने पुराने धरना स्थल पर लौट आए हैं और गाजीपुर बॉर्डर, सिंघु बॉर्डर पर देर रात को फिर प्रदर्शनकारियों का जमावड़ा हुआ।