नयी दिल्ली. आज हमारा देश (India) कोरोना (Corona) कि दूसरी लहर के साथ पुरजोर लड़ाई कर रहा है। वहीं एक अच्छी खबर के अनुसार इस बार हो रहे टीका उत्सव (Corona vaccination) के तीसरे दिन यानी बीते मंगलवार को कोरोना वैक्सीन की 25 लाख से अधिक खुराकें दी गईं। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इसके साथ ही देश में अब तक दिए गए टीकों की कुल संख्या बढ़कर 11,10,33,925 तक भी पहुंच गई है।
इसके साथ ही मंत्रालय ने बताया कि देश में औसतन किसी भी दिन 45,000 कोरोना टीकाकरण केंद्र चालू रहते हैं, लेकिन बीते मंगलवार को ऐसे 67,893 केंद्र काम कर रहे थे। अब तक चालू टीकाकरण केंद्रों की संख्या में करीब 21,000 की वृद्धि हुयी है। इसके साथ ही विभिन्न कार्यस्थलों पर टीकाकरण से भी लाभार्थियों की संख्या बढ़ी है।
बीते मंगलवार को रात आठ बजे तक की अंतिम रिपोर्ट के अनुसार, देश में अब तक कोरोना वैक्सीन की 11,10,33,925 खुराकें दी जा चुकी हैं। इनमें 90,48,079 स्वास्थ्य कर्मी भी शामिल हैं जिन्होंने टीकों की पहली खुराक ली है वहीं 55,80,569 स्वास्थ्य कर्मियों ने इसकी दूसरी खुराक ली है। साथ ही अग्रिम पंक्ति के 1,01,33,706 कार्यकर्ताओं ने पहली खुराक ली है जबकि अग्रिम पंक्ति के 50,09,457 कार्यकर्ताओं ने अपनी दूसरी खुराक ली है।
इसके अलावा अगर हम आंकड़ों को देखें तो पाएंगे कि, 45 से 60 आयु वर्ग के 3,55,65,610 और 8,17,955 लाभार्थियों ने क्रमशः पहली और दूसरी खुराक ली हैं जबकि 60 साल से अधिक आयु वर्ग के 4,24,18,287 और 24,60,262 लोगों ने क्रमशः पहली और दूसरी दोनों ही खुराक ली हैं। स्वाथ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार बीते मंगलवार रात आठ बजे तक टीकों की 25,00,883 खुराकें दी गईं। वहीं मंत्रालय के अनुसार इनमें से 21,22,686 लाभार्थियों को कोरोना वैक्सीन पहली खुराक दी गई और 3,78,197 लोगों को दूसरी खुराक दी गयी। बता दें कि पूरे देश में कोरोना वैक्सीन अभियान बीते 16 जनवरी को शुरू किया गया था।
अगर देश में कोरोना हा हाल देखें तो मंगलवार देर रात तक संक्रमण के 185,248 नए मामले दर्ज किए गए। बता दें कि कोरोना महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक एक दिन में मिलने वाले नए संक्रमितों का यह सर्वाधिक आंकड़ा है। वहीं अगर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े देखें तो इस अवधि में 1025 लोगों की मौत हो गई। अब तक के कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,38,70,731 हो गई है। वहीं कोरोना से पीड़ित लोगों के ठीक होने की दर और गिरकर 89।51% रह गई है, जो कि अब एक विकट चिंता का विषय है।