नई दिल्ली: ब्रिटेन (Britain) के गृह विभाग (Home Department) ने 13 हजार करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी में वांछित हीरा कारोबारी नीरव मोदी (Nirav Modi) को भारत (India) को प्रत्यर्पित (Extradition) करने की अनुमति प्रदान कर दी है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। मोदी पर अपने मामा मेहुल चोकसी के साथ मिलकर पंजाब नेशनल बैंक से धोखाधड़ी करने का आरोप है।
उल्लेखनीय है कि गत 25 फरवरी को वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत ने मोदी के प्रत्यर्पण को मंजूरी दी थी। अदालत के फैसले की जानकारी ब्रिटेन के गृह विभाग को दी गई जिसके आधार पर नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के लिए अनुमति दी गई।
नीरव मोदी को प्रत्यर्पण वारंट पर 19 मार्च 2019 को गिरफ्तार किया गया था और प्रत्यर्पण मामले के सिलसिले में हुई कई सुनवाइयों के दौरान वह वॉन्ड्सवर्थ जेल से वीडियो लिंक के जरिये शामिल हुआ था। नीरव मोदी फिलहाल लंदन की एक जेल (Jail) में बंद है।
बता दें कि, नीरव की बहन पूरवी और उनके पति मयंक मेहता दो अरब डॉलर के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी मामले में सरकारी गवाह बन गये हैं। इस मामले में नीरव और उसके मामा मेहुल चोकसी मुख्य आरोपी हैं। दंपती ने अपने खिलाफ जारी गैर जमानती वारंट पर रोक लगाने के लिए फरवरी में अदालत का रुख किया था। उन्होंने इसके लिए यह आधार बताया था कि वे मामले में सरकारी गवाह बन गये हैं।