ayodhya ram mandir

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    नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) (Aam Admi Party) से राज्यसभा सदस्य संजय सिंह (Sanjay Singh) ने अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandhir) का निर्माण करा रहे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय पर भ्रष्टाचार (Corruption) के गंभीर आरोप लगाए हैं। संजय सिंह ने आरोप लगाया है कि, ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने संस्था के सदस्य अनिल मिश्रा की मदद से दो करोड़ रुपए कीमत वाली जमीन 18 करोड़ रुपये में खरीदी। इस मामले में अब सरकार से सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय से जांच करने की मांग की है।

    2 करोड़ रुपए कीमत की जमीन 18 करोड़ रुपए में खरीदी-AAP

    वहीं, समाजवादी पार्टी नेता और अयोध्या के पूर्व विधायक पवन पांडे ने भी अयोध्या में राय पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और मामले की जांच की मांग की है। संजय सिंह ने रविवार को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आरोप लगाया कि, ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने संस्था के सदस्य अनिल मिश्रा की मदद से 2 करोड़ रुपए कीमत की जमीन 18 करोड़ रुपए में खरीदी। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सीधे-सीधे धन शोधन का मामला है और सरकार इसकी सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय से जांच कराये। हालांकि, राय ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। 

    करोड़ों रुपए चंपत कर दिए  

    संजय सिंह ने कुछ दस्तावेज पेश करते हुए कहा, “कोई कल्पना भी नहीं कर सकता कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के नाम पर कोई घोटाला और भ्रष्टाचार करने की हिम्मत भी कर सकता है। राम जन्मभूमि ट्रस्ट के नाम पर चंपत राय जी ने करोड़ों रुपए चंपत कर दिए।” उन्होंने दावा किया कि, बाग बिजैसी गांव में 5 करोड़ 80 लाख रुपये की मालियत वाली गाटा संख्या 243, 244 और 246 की जमीन सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी नामक व्यक्तियों ने कुसुम पाठक और हरीश पाठक से 18 मार्च को दो करोड़ रुपए में खरीदी थी। शाम सात बजकर 10 मिनट पर हुई इस जमीन खरीद में राम जन्मभूमि ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा और अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय गवाह बने, उसके ठीक पांच मिनट के बाद इसी जमीन को चंपत राय ने सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी से साढ़े 18 करोड़ रुपए में खरीदा, जिसमें से 17 करोड़ रुपए पेशगी के तौर पर दिए गए हैं।

    हे राम, ये कैसे दिन- कांग्रेस 

    मामले के सामने आने के बाद कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, “हे राम, ये कैसे दिन… आपके नाम पर चंदा लेकर घोटाले हो रहे हैं। बेशर्म लुटेरे अब आस्था बेच ‘रावण’ की तरह अहंकार में मदमस्त हैं. सवाल है कि दो करोड़ में खरीदी जमीन 10 मिनट बाद ‘राम जन्मभूमि’ को 18.50 करोड़ में कैसे बेची? अब तो लगता है …कंसों का ही राज है, रावण हैं चहुं ओर!”