सतारा. महाराष्ट्र (Maharashtra) में बारिश (Rain) ने भारी नुकसान किया है। कई जिलों भूस्खलन (Landslide) और बाढ़ (Floods) से कई लोगों की मौत हो गई। इस बीच राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने सतारा जिले (Satara Distric) के पाटन तहसील के ढोकावाले गांव (Dhokawale Village) से 4 शव बरामद किए हैं। सतारा ज़िले में बाढ़ से अब तक कुल 22 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बात की जानकारी सतारा जिला प्रशासन ने दी है।
गौरतलब है कि पाटन तहसील में स्थित अंबेघर गांव, ढोकवाले गांव, मीरगांव में गुरुवार और शुक्रवार को रात के दौरान भूस्खलन हुआ था। प्रशासन ने पहले कहा था कि कुल 30 लोग लापता हैं जिनमें अंबेघर गांव के 16 और मीरगांव के 10 लोग शामिल हैं।
NDRF recovered four bodies from Dhokavale village in Patan tehsil of Satara. A total of 22 deaths have been reported in Satara district, due to flood: Satara district administration#Maharashtra
— ANI (@ANI) July 24, 2021
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने कहा, हमारी टीम ने अब तक 1,800 फंसे लोगों को बचाया है और 87 लोगों को महाराष्ट्र में सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
एनडीआरएफ की टीमों ने महाराष्ट्र में विभिन्न भूस्खलन स्थलों से 52 शव निकाले हैं, जबकि लापता लोगों की गहनता से तलाश जारी है। देश के किसी भी हिस्से में बाढ़ के दौरान तत्काल प्रतिक्रिया के लिए, विभिन्न हिस्सों में एनडीआरएफ की कुल 149 टीमों को तैनात या एक्टिव किया गया है। एनडीआरएफ की एक टीम में सामान्य तौर पर 47 कर्मी होते हैं और इनके पास जीवन रक्षक, हवा भरी नौका और पेड़ तथा पोल काटने वाले उपकरण होते हैं।
ज्ञात हो कि महाराष्ट्र के विभिन्न स्थानों पर बाढ़ और भूस्खलन से अब तक कम से कम 76 लोगों की मौत हुई है, 38 घायल हुए हैं और 59 अब भी लापता हैं। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक रायगढ़ जिला सबसे अधिक प्रभावित है जहां पर अबतक 47 लोगों की जान गई है जिनमें तलाई गांव में बृहस्पतिवार को भूस्खलन की चपेट में आने से 37 लोगों की मौतें शामिल हैं।