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    सतारा/मुंबई. एक तरफ जहाँ महाराष्ट्र (Maharashtra) में भारी बारिश (Heavy Rain) अब लोगों पर आफत बनकर टूट रही है। वहीं राज्य में बीते 24 घंटे के दौरान भारी बारिश, भूस्खलन (Landslide) और बाढ़ से अब तक करीब 112 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 99 लोग लापता भी हैं।इसमें कोंकण के रायगढ़ (Raigarh) में सबसे ज्यादा तबाही अब तक दर्ज की गयी है । इस जिले में जहाँ 3 स्थानों पर भूस्खलन या लैंडस्लाइड की घटनाएं हुईं। वहीं इसमें अकेले महाड के तलिये गांव में हुए भूस्खलन से अब तक 52 शव मलबे से निकाले जा चुके हैं और 53 लोग अब भी लापता हैं। यहां 33 लोग गंभीर रूप से घायल भी बताए जा रहे हैं।

    Courtsey: Ali shaikh

    इधर राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष के अनुसार, रायगढ़, रत्नागिरी, सांगली, सतारा, कोल्हापुर, सिंधुदुर्ग और पुणे में अब तक 112 शव मलबे से निकाले जा चुके हैं।  जबकि 53 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। तलिये गांव के अलावा रायगढ़ जिले के पोलादपुर तालुका में भी सुतारवाड़ी में लैंडस्लाइड से 5 की मौत और एक लापता है जबकि 15 लोग घायल हैं।वहीं, केवलाले गांव में भी अब तक 5 लोगों की मौत हुई है और 6 लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। वशिष्ठी नदी पर पुल बह जाने के कारण चिपलून की ओर जाने वाला मार्ग अब पूरी तरह अवरुद्ध हो चूका है। मुंबई-गोवा महामार्ग पर भी वाहनों की लंबी कतार लग चुकी हैं।

    सतारा की हालत खराब:

    बात अगर महाराष्ट्र के सतारा जिले के ग्राम मिरगांव की की जाए तो भूस्खलन स्थल (Landslide) से शनिवार देर शाम छह और लोगों के शव निकाले जाने के बाद बारिश (Rain) से संबंधित विभिन्न घटनाओं में अब तक इस जिले में कम से कम 28 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 14 अन्य लापता हैं। वहीं अधिकारियों के अनुसार भारी बारिश से जिले के 379 गांव प्रभावित हुए हैं और पांच हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।

    सेना-नौसेना भी कर रही मदद:

    इधर राज्य में बारिश से आई भयानक और भयंकर आपदा में राहत बचाव के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की 34 टीमें फिलहाल लगाई गई हैं जिसमें से 8 टीमें मुंबई, पुणे और नागपुर में रिजर्व रखी गई हैं। 

    इसके अलावा नेवी की 7, SDRF की 8, कोस्ट गार्ड की तीन और सेना की 6 टीमों समेत वायुसेना के हेलिकॉप्टरों की भी सेवा ली जा रही है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में 59 बोट से लोगों को राहत पहुंचाया जा रहा है जिसमें NDRF की 48 और SDRF की 11 बोट शामिल है और सारे जवान मुस्तैदी से काम कर रहे हैं।  

    CM ठाकरे ने किया तलिये गांव का दौरा दिया आश्वासन:

    इधर भयंकर बारिश और लैंडस्लाइड के बाद अब मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी एक्शन मोड पर आ चुके हैं।  बीतेशनिवार को उन्होंने रायगढ़ के तलिये गांव का दौरा किया। उन्होंने ग्रामीणों को सरकार की ओर से हर प्रकार की जरुरी मदद उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। साथ ही उन्होंने उन्होंने आश्वासनदेते हुए कहा कि, “गांव के बचे लोगों का फिर से पुनर्वास किया जाएगा। आपने एक बड़ी त्रासदी का अभी-अभी सामना किया है, इसलिए अभी आपको बस अपना ख्याल रखने की ही जरूरत है। बाकी सारी चिंता अप हम पर छोड़ दो।