मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) के कई हिस्से में बाढ़ (Floods) और लैंडस्लाइड (Landslide) में जारी नेताओं के दौरे को लेकर एनसीपी चीफ शरद पवार (NCP Chief Sharad Pawar) ने प्रतिक्रिया दी है। एनसीपी प्रमुख ने नेताओं से बाढ़ प्रभावित गांवों में जाने से परहेज करने का आग्रह करते हुए कहा है कि, इससे प्रशासन को बचाव और पुनर्वास कार्यों में दिक्कतें आ सकती हैं।
पवार ने कहा, “मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और जिला संरक्षक मंत्रियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने की जरूरत है। लेकिन अगर अन्य नेता वहां जाते हैं तो मेरे अनुभव में यह प्रशासन पर बोझ डालेगा जिससे बचाव और राहत कार्यों में व्यस्त लोगों को दिक्कत होगी।” उन्होंने यह भी कहा कि, उन्हें उम्मीद है कि, राज्यपाल कोश्यारी के बाढ़ प्रभावित जिलों के दौरे से केंद्रीय सहायता प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
CM, Dy CM & LoP visited flood-affected areas in Maharashtra. I’ve no objection to it. But my personal experience says that visits by VIPs disrupt rescue & relief operations. People who are not directly linked to relief operations should avoid such visits: NCP chief Sharad Pawar pic.twitter.com/aGwm9Z9Gkk
— ANI (@ANI) July 27, 2021
महाराष्ट्र के कई इलाकों में बाढ़ और भूस्खलन की घटना में सैकड़ों लोगों की अब तक जान चली गई है। कई लोग घायल हैं और उनके घर पूरी तरह से बर्बाद हो चुके हैं। ऐसे में राज्य में बने हालातों का जाएज़ा लेने खुद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे दौरे पर हैं।
वहीं महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने सांगली जिले के बाढ़ प्रभावित अनेक गांवों का सोमवार को दौरा किया और कुछ इलाकों में बाढ़ पीड़ितों के पास वह नाव के जरिए पहुंचे। पवार ने बाढ़ प्रभावित लोगों से बातचीत की और उन्हें पुनर्वास का और राज्य सरकार की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। राज्य के जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल, राहत और पुनर्वास मंत्री विजय वाडेट्टीवार और राज्य मंत्री विश्वजीत कदम बाढ़ प्रभावित जिले के भीलवाड़ी और अन्य इलाकों के दौरे में पवार के साथ थे। ये लोग भीलवाड़ी में लोगों तक सोमवार को नाव के जरिए पहुंचे थे।