नई दिल्ली: केंद्र ने मंगलवार को उस अध्ययन पर आधारित मीडिया में आई खबरों को पूरी तरह भ्रामक करार देकर खारिज किया, जिसमें यह दावा किया गया है कि भारत में महामारी की दो लहरों के दौरान कम से कम 27 लाख से 33 लाख कोविड-19 मरीजों की मौत हुई। यह आरोप ” एक वर्ष में कम से कम 27 प्रतिशत अधिक मृत्यु दर की ओर इशारा करने वाले” तीन अलग-अलग डेटाबेस का हवाला देते हुए लगाया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इन खबरों में यह भी ‘निष्कर्ष’ निकाला गया कि भारत की कोविड से होने वाली मृत्यु दर आधिकारिक रूप से दर्ज की गई मौतों से लगभग सात-आठ गुना अधिक हो सकती हैं और यह दावा किया गया कि ” इनमें से अधिकांश अतिरिक्त मौत संभवतः कोविड-19 के कारण हुई हैं।”
मंत्रालय ने कहा, ” गलत सूचनाओं वाली ऐसी खबरें पूरी तरह भ्रामक हैं।” बयान में कहा गया कि यह स्पष्ट किया जाता है कि केंद्र सरकार कोविड से जुड़े आंकड़ों के प्रबंधन के प्रति अपने दृष्टिकोण में पारदर्शी रही है और कोविड-19 से संबंधित सभी मौतों को दर्ज करने वाली एक मजबूत प्रणाली पहले से मौजूद है। सभी राज्यों और केन्द्र-शासित प्रदेशों को नियमित आधार पर इन आंकड़ों को अद्यतन करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। (एजेंसी)