Nepal Floods : Floods and landslides after heavy rains in Nepal, so far 104 people died
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    नयी दिल्ली/नेपाल. नेपाल (Nepal) में बीते तीन दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश (Heavy Rains) के बाद अब यहाँ बाढ़ (Flood)और भूस्खलन (Landslide) ने भी भारी तबाही मचा दी है। इस प्राकृतिक आपदा ने अब तक 21 लोगों की जान ले ली है। वहीं 24 लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। 

    इधर नेपाल के गृह मंत्रालय ने बीते मंगलवार को बताया था  कि देश के 19 जिले बाढ़ और भूस्खलन से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, जिससे बीते  तीन दिनों में कम से कम छह लोगों की मौत हो गई है। हालाँकि देश में पहले ही मानसून के मौसम का अंत हो चुका था, लेकिन जलवायु परिस्थितियों में अचानक बदलाव ने जनजीवन को बहुत प्रभावित किया है। यात्रा और संचार, बिजली की आपूर्ति और कृषि उपज की कटाई को भी इसने प्रभावित किया है।

    वहीं यहाँ के स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, नेपाल में कई राजमार्ग बाधित हो गए हैं, जबकि घरेलू उड़ानें निलंबित ही हैं। बारिश और बाढ़ के चलते देश के कई हिस्सों में धान की कटाई को बुरी तरह प्रभावित किया है। किसान धान की कटाई के लिए तैयार थे, लेकिन लगातार बारिश के कारण यहाँ हजारों हेक्टेयर धान की फसल पानी में डूब गई है।

    वहीं मौसम पूर्वानुमान विभाग (MFD) ने कहा कि बारिश कुछ दिनों तक जारी रहेगी। वहीं ऊंची पहाड़ी और पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी की भी संभावना है।MFD ने बीते मंगलवार को अपने बुलेटिन में कहा था कि इस समय देश के अधिकांश हिस्सों में बादल छाए हुए हैं और हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। रात को पूरे देश में हल्की से मध्यम हिमपात होने की संभावना है। इसी तरह, देश के पूर्व, मिडाट और सुदूर-पश्चिम क्षेत्र में कुछ स्थानों पर फिलहाल और भारी बारिश होने की संभावना है। कई नदियां भी यहाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।

    बंगाल की खाड़ी और मध्य भाग में विकसित निम्न दबाव की मौसम प्रणाली नेपाल की मौसम प्रणाली पर भारत का अच्छा खासा प्रभाव पड़ रहा है। वहीं नेपकि प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने गृहमंत्री बालकृष्ण खड़ को लापता लोगों के बचाव और खोज अभियान को सुनिश्चित करने और बाढ़ और भूस्खलन के कारण जोखिम का सामना कर रहे लोगों का सुरक्षित स्थानांतरण सुनिश्चित करने का आवश्यक निर्देश भी दे दिया है।