Indian army
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    जम्मू. जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के दो सीमावर्ती जिलों पुंछ और राजौरी (Rajouri) में छिपे आतंकवादियों (Terrorist) का पता लगाने के लिए चलाए जा रहा व्यापक तलाश अभियान सोमवार को 15वें दिन भी जारी है और एक वन्य क्षेत्र से भारी गोलीबारी की खबर मिली है। अधिकारियों ने बताया कि यह अभी स्पष्ट नहीं है कि भट्टी दरियां वन में गोलीबारी आतंकवादियों से ताजा संपर्क स्थापित होने के कारण हुई।

    ऐसा माना जा रहा है कि आतंकवादी वन के भीतर गुफाओं में छिपे हुए हैं। यह तलाश अभियान 11 अक्टूबर को शुरू और अब तक दो जेसीओ समेत सेना के नौ जवान और एक गिरफ्तार पाकिस्तानी आतंकवादी मारे जा चुके हैं तथा तीन सुरक्षाकर्मी घायल हो गए हैं। पुंछ के सुरनकोट जंगल में अभियान के पहले दिन सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे जबकि 14 अक्टूबर को मेंढर के भट्टी दरियां इलाके में चार अन्य जवानों की मौत हो गयी थी।

    कोट भलवाल केंद्रीय कारागार जम्मू से मेंढर लाए गए पाकिस्तानी आतंकवादी की उस समय मौत हो गयी थी जब रविवार को एक आतंकवादी ठिकाने की पहचान के लिए उसे ला रहे सुरक्षा बलों पर छिपे हुए आतंकवादियों ने हमला कर दिया था। उसे पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड पर लाया गया था। सुरनकोट और मेंढर के अलावा राजौरी जिले के थानामंडी जंगल में भी तलाश अभियान जारी है। अधिकारियों ने बताया कि सेना के हेलीकॉप्टर ने घेराबंदी किए गए वन्य इलाके में कई फेरे लगाए जबकि ड्रोन से भी कड़ी निगरानी की जा रही है ताकि आतंकवादी भाग न पाए।

    उन्होंने बताया कि यह जानकारी मिलने के बाद पूछताछ के लिए दो महिलाओं समेत करीब 12 लोगों को हिरासत में भी लिया गया है कि उन लोगों ने आतंकवादियों को कथित तौर पर भोजन और शरण समेत साजोसामान संबंधी सहयोग मुहैया कराया। अभियान के मद्देनजर जम्मू-राजौरी राजमार्ग पर मेंढर और थानामंडी के बीच यातायात सोमवार को 10वें दिन भी एहतियातन बंद है। जम्मू के राजौर और पुंछ में इस साल जून के बाद घुसपैठ की घटनाएं बढ़ी हैं और अलग-अलग मुठभेड़ों में नौ आतंकवादी मारे गए हैं।