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    नयी दिल्ली. आज गूगल (Google) ने महान चेक रसायनज्ञ ओटो विचरले (Otto Wichterle) की याद में एक डूडल (Doodle) बनाया है। गौरतलब है कि ओटो विचरले आधुनिक सॉफ्ट कॉन्टैक्ट लेंस के आविष्ट्कारक के रूप में जाना जाता है।

    महान ओटो विचरले के पिता कारेल एक सफल फार्म-मशीन फैक्ट्री और छोटे कार प्लांट के सह-मालिक थे लेकिन ओटो ने इसके उलट अपने करियर के लिए विज्ञान को चुना। प्रोस्टीजोव से अपनी स्कूल की पढाई खत्म करने के बाद, विचरले ने चेक तकनीकी विश्वविद्यालयके रासायनिक और तकनीकी संकाय में अध्ययन करना शुरू किया, लेकिन अब उनकी चिकित्सा में भी रुचि थी।

    वैसे तो ओटो विचरले अपने नेक उपलब्धियों के लिए जाने जाते हैं, लेकिन सबसे अहम् था आधुनिक सॉफ्ट कॉन्टैक्ट लेंस का आविष्ट्कार। जी हाँ क्रिसमस की एक दोपहर को, अपनी पत्नी लिंडा की मदद से, अपनी रसोई की मेज पर एक मशीन किट को कि एक साइकिल डायनेमो और एक घंटी ट्रांसफार्मर से भी युक्त थी उससे उन्होंने पहले चार हाइड्रोजेल कॉन्टैक्ट लेंस का उत्पादन करने में सफल रहे। उन्होंने अपनी आंखों में भी ये लेंस आजमाए और हालांकि वे गलत शक्ति के थे, लेकिन वे सहज थे।

    इस प्रकार, उन्होंने एक केन्द्रापसारक कास्टिंग प्रक्रिया का उपयोग करके लेंस के निर्माण का एक नया तरीका ईजाद किया। कुछ दिनों बाद, उन्होंने अपना पेटेंट आवेदन पूरा किया और स्पिन कास्टिंग द्वारा 100 से अधिक लेंस का उत्पादन किया।इन अल्पविकसित उपकरणों के साथ, 1962 के पहले चार महीनों में, विचरले और लिंडा ने 5,500 लेंस बनाए। इस बाद साल 1965 में नेशनल पेटेंट डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एनपीडीसी) ने लेंस के उत्पादन के अमेरिकी अधिकार खरीदे और फिर बॉश एंड लोम्ब के अधिकारों को उप-लाइसेंस दिया, जिसने उन्हें यूएसए में बनाना शुरू किया। 

    उनकी अन्य उपलब्धियां

    इसके साथ ही ओटो विचर्ले न केवल अपनी उपलब्धियों के माध्यम से बल्कि अंतरराष्ट्रीय संगठनों में अपनी रचनात्मक गतिविधियों के कारण अपने देश की सीमाओं से परे जाने जाते थे, जिनमें से प्रमुख इंटरनेशनल यूनियन ऑफ प्योर एंड एप्लाइड कैमिस्ट्री (IUPAC) था। लेकिन आधुनिक सॉफ्ट कॉन्टैक्ट लेंस के लिए उनके द्वारा किया गया सत्कार्य हमेशा के लिए अमर हो गया। ऐसे ही महान रसायनज्ञ ओटो विचरले को आज याद करते हुए गूगल ने आज अपना एक डूडल उन्हें समपर्पित किया है।