मुंबई: पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह (Former Mumbai Police Commissioner Param Bir Singh) की मुश्किलें बढ़ती हुई नज़र आ रही हैं। मुंबई पुलिस (Mumbai Police) की क्राइम ब्रांच (Mumbai Crime Branch) ने परमबीर सिंह के खिलाफ गैर-ज़मानती वारंट (Non-Bailable Warrant) जारी करने के लिए एस्प्लेनेड कोर्ट (Court) के समक्ष एक याचिका दायर की। बताया जा रहा है कि, परबीर सिंह के खिलाफ जारी रंगदारी केस में जांच कर रही मुंबई क्राइम ब्रांच की फिलहाल मामले में जांच जारी है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मामले में परमबीर सिंह की तलाश की जा रही है। इस समय वह कहां हैं इसका अब तक पता नहीं चल पाया है। अपराध शाखा की अर्ज़ी पर अब 29 अक्टूबर को कोर्ट सुनवाई करेगा। इससे पहले परमबीर सिंह के खिलाफ दर्ज उगाही के एक मामले में गुजरात (Gujarat) के 42 वर्षीय ‘हवाला’ संचालक को गिरफ्तार (Arrest) किया गया था।
Mumbai Crime Branch files a plea before Esplanade Court for issuing a non-bailable warrant against ex-Police Commissioner Param Bir Singh. He’s untraceable in an extortion case against him & Crime Branch is looking for him. Court to hear the matter on Oct 29: Crime Branch Officer pic.twitter.com/SM02SdDzMs
— ANI (@ANI) October 28, 2021
एक रिपोर्ट के अनुसार, अल्पेश पटेल नाम के शख्स को पुलिस ने अरेस्ट किया था। पटेल की भूमिका जबरन वसूली मामले की जांच के दौरान सामने आई, जिसे कुछ महीने पहले यहां गोरेगांव पुलिस थाने में कारोबारी बिमल अग्रवाल ने भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी परमबीर सिंह के खिलाफ दर्ज कराया था। आगे की जांच पुलिस कर रही है।
मुंबई पुलिस आयुक्त पद से हटाए जाने और मार्च में होमगार्ड्स में तबादला किए जाने के कुछ दिनों बाद सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे एक पत्र में दावा किया था कि, अनिल देशमुख पुलिस अधिकारियों से मुंबई में रेस्त्रां और बार मालिकों से पैसा लेने के लिए कहते थे। एनसीपी नेता अनिल देशमुख ने आरोपों से इनकार किया है। इस मामले में ईडी भी देशमुख के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच कर रहा है।