Cyclone
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    नई दिल्ली: बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हवा का गहरा दबाब चक्रवाती तूफान जवाद (Cyclone Jawad) में बदल गया है। मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात आज उत्तरी आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh), ओडिशा (Odisha) तट के नजदीक पश्चिमी-मध्य बंगाल (West Bengal) की खाड़ी तक पहुंच सकता है। साथ ही यह ओडिशा और आंध्र के तट की तरफ रुख करेगा। रविवार दोपहर तक इस तूफान के पूरी तट से भी टकराने की आशंका जताई जा रही है। पूरी में सुबह से ही बारिश जारी है।

    ज्ञात हो कि यास और गुलाब के बाद यह तीसरा तूफान है जो इस वर्ष ओडिशा पहुंच रहा है। हालांकि जवाद के मद्देनजर किसी भी इमरजेंसी से निपटने के लिए एनडीआरएफ की 46 टीमें तैनात की गई हैं। आईएमडी ने तूफान के कारण शनिवार और रविवार की सुबह ओडिशा और आंध्र प्रदेश में तेज बारिश की आशंका जताई है। 

    वहीं तूफान जवाद के खतरे के बीच 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलने वाली है। इन हवाओं का सबसे अधिक प्रभाव विशाखापत्तनम, श्रीकाकुलम, पुरी, बालासोर, गंजम, गजपति, भद्रक और नयागढ़ जिलों पर पड़ने की आशंका जताई जा रही है। ओडिशा और आंध्र प्रदेश के कारण जारी रेड अलर्ट के मद्देनजर UGC-NET की परीक्षा भी रद्द की गई है। 

    उल्लेखनीय है कि ओडिशा के 14 जिलों में अलर्ट जारी कियब गया है। साथ ही तूफान जवाद के खतरे के मद्देनजर ओडिशा सरकार ने 12वें इंटरनेशनल सैंड आर्ट फेस्टिवल को टालने का निर्णय किया है। यह फेस्टिवल प्रसिद्ध कोणार्क मंदिर के पास आयोजित किया जाना था। इसे कोणार्क फेस्टिवल भी कहा जाता है।