नयी दिल्ली. खबर के अनुसार भारत के पूर्वोत्तर राज्य नगालैंड (Nagaland) में बीती शनिवार रात को फायरिंग (Firing) की हैरतअंगेज और रौंगटे खड़े कर देने वाली घटना हुई है। ख़बरों और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस फायरिंग में अबतक 6 नागरिकों के मारे जाने की खबर है। माना जा रहा है कि मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है।वहीँ अन्य मीडिया में फायरिंग की घटना के बाद आई तस्वीरों में गाड़ियों को जलते हुए भी दिखाया गया है। ये घटना के नगालैंड के मोन जिले के ओटिंग की बतायी जा रही है। प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार इस घटना से गुस्साए यहाँ के स्थानीय ग्रामीणों ने सुरक्षाबलों की गाड़ियों में आग लगा दी है।
The unfortunate incident leading to killing of civilians at Oting, Mon is highly condemnable.Condolences to the bereaved families & speedy recovery of those injured. High level SIT will investigate & justice delivered as per the law of the land.Appeal for peace from all sections
— Neiphiu Rio (@Neiphiu_Rio) December 5, 2021
इधर घटना के बाद नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफियो रियो ने लोगों से शांति की अपील की है। इस मामले की जांच के लिए उन्होंने एक SIT का भी गठन कर दिया है। आज इस बाबत CM एक ट्वीट कर कहा कि, “मोन के ओटिंग में में नागरिकों की हत्या की दुर्भाग्यपूर्ण घटना और अत्यंत निंदनीय है। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता है। अब इस घटना की जांच उच्च स्तरीय SIT करेगी और देश के कानून के अनुसार न्याय दिलाएगी, मैं सभी वर्गों से शांति की अपील करता हूं।”
Anguished over an unfortunate incident in Nagaland’s Oting, Mon. I express my deepest condolences to the families of those who have lost their lives. A high-level SIT constituted by the State govt will thoroughly probe this incident to ensure justice to the bereaved families.
— Amit Shah (@AmitShah) December 5, 2021
उधर गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस घटना पर अपना दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट कर कहा है कि, “नगालैंड के ओटिंग की दुर्भाग्यपूर्ण घटना से काफी व्यथित हूं। यहां जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई है, उनके परिवारों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदना और शोक व्यक्त करता हूं। अब राज्य सरकार द्वारा गठित एक उच्च स्तरीय SIT इस घटना की गहन जांच करेगी ताकि शोक संतप्त परिवारों को न्याय सुनिश्चित दिया जा सके।”