नई दिल्ली/पटना. बिहार (Bihar) से आ रही बड़ी खबर के अनुसार, जहां एक तरफ इस गठबंधन की सरकार बनने के बाद बीते मंगलवार को 31 मंत्रियों को राज्यपाल फागू चौहान (Fagu Chauhan) ने शपथ दिलाई। वहीं इस शपथ ग्रहण के बाद RJD एमएलसी कार्तिकेय सिंह (RJD MLC Kartikey Singh) को कल कानून मंत्री भी बनाया गया। वहीं CM नीतीश का कहना है कि, उनके वारंट कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
लेकिन अब आ रही एक सनसनीखेज खबर के अनुसार जिस MLC को बिहार में कानून के रक्षा की अहम् जिम्मेदारी दी गई है। अब उसीके खिलाफ कोर्ट से अपहरण के मामले में एक वारंट जारी किया जा चुका है। हालाँकि सबसे बड़ी हैरानी की बात ये है कि जिस तारीख (16 अगस्त) को उन्हें कोर्ट में पेश होना था उस दिन वो बिहार सरकार में शपथ ले रहे थे। वहीं CM नीतीश का कहना है कि, उनके वारंट कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
किडनैपिंग का था मामला
दरअसल, साल 2014 में राजीव रंजन की किडनैपिंग हुई थी। जिसके बाद कोर्ट ने इस मामले में स्वसंज्ञान लिया था। साथ ही राजीव रंजन की इस हाई प्रोफाइल किडनैपिंग मामले में एक आरोपी बिहार के कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह भी हैं जिनके खिलाफ कोर्ट ने अब वारंट भी जारी किया हुआ है। हालाँकि खुद कार्तिकेय सिंह ने अभी तक ना तो कोर्ट के सामने सरेंडर किया है ना ही अपनी जमानत के लिए अर्जी दी है।
वहीं बीते मंगाल्वार 16 अगस्त को इनको कोर्ट में पेश होना था, लेकिन वे तो खुद ही कानून मंत्री पद की शपथ ले रहे थे। अब इस मामले के खुलने पर बिहार की इस नई सरकार के खिलाफ BJP भी आक्रामक हो गई है। साथ ही उनकी ओर से पहले ही यह कहा जा रहा है कि नई सरकार का मतलब बिहार में ‘जंगलराज उदय’ है।
Delhi | If Kartikeya Singh (RJD) had a warrant against him, he should have surrendered. But he has taken oath as Law minister. I ask Nitish, is he trying to take Bihar back to Lalu’s times? Kartikey Singh should be immediately dismissed: Sushil Kumar Modi, BJP MP pic.twitter.com/VcGnzYn96F
— ANI (@ANI) August 17, 2022
आखिर कौन हैं कार्तिकेय सिंह?
पता हो कि कार्तिकेय सिंह RJD के विधान पार्षद हैं। उन्होंने विधान परिषद चुनाव में JDU के उम्मीदवार को शिकस्त भी दी थी। मोकामा निवासी कार्तिकेय सिंह शिक्षक भी रह चुके हैं। बताया जाता है कि अनंत सिंह, इन्हें ‘मास्टर साहब’ कहकर बुलाते हैं। यह भी अनंत सिंह के जेल में रहने पर यही ‘कार्तिकेय मास्टर’ ही मोकामा से लेकर पटना तक उनके सारे काम की देखरेख करते हैं। फिलहाल वर्तमान में बिहार में कानून मंत्री के पद पर आसीन हैं।