Chief Minister Pushkar Singh Dhami
फ़ाइल फोटो

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    देहरादून. उत्तराखंड (Uttrakhand) के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhaami) ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार ने अंकिता भंडारी हत्याकांड (Ankita Murder Case) के दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने के लिए न्यायालय से ‘फास्ट ट्रैक अदालत’ गठित करने का अनुरोध किया है। यहां मुख्यमंत्री कार्यालय के एक टवीट में धामी के हवाले से कहा गया, ‘‘ हमारी सरकार ने माननीय न्यायालय से अपराधियों को जल्द से जल्द सजा मिले, इस हेतु फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने का निवेदन किया है।”

    एक रिजॉर्ट में बतौर रिसेप्शनिस्ट काम करने वाली 19 वर्षीया अंकिता की हत्या से प्रदेश भर में उपजे गम और गुस्से के बीच मुख्यमंत्री ने एक बार फिर जोर देकर कहा कि बेटियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी उनकी सरकार की है और इसलिए पिछले दिनों घटित दुखद घटना में सरकार द्वारा कड़ी कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी कर उनके द्वारा किए गए अवैध निर्माणों का ध्वस्तीकरण का कार्य भी सरकार ने किया है धामी ने कहा, ‘‘ बेटी अंकिता को न्याय दिलाने हेतु हमने डीआईजी (उप महानिरीक्षक) स्तर के अधिकारी के नेतृत्व मे एसआईटी (विशेष जांच दल) का गठन किया है।

    एसआईटी हर पहलू की जांच करके सभी अपराधियों को कठोरतम सजा दिलवाने का कार्य करेगी।” पौड़ी जिले के यमकेश्वर में गंगा भोगपुर में वनंत्रा रिजॉर्ट में कार्यरत अंकिता की कथित रूप से रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य ने अपने दो कर्मचारियों, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता के साथ मिलकर ऋषिकेश के निकट चीला नहर में धकेलकर हत्या कर दी थी। मुख्य आरोपी पुलकित हरिद्वार के पूर्व भाजपा नेता विनोद आर्य का पुत्र है जो पूर्व में दर्जाधारी राज्य मंत्री रह चुके हैं। घटना के सामने आने के बाद हालांकि, भाजपा ने आर्य को पार्टी से निष्कासित कर दिया था।

    त्वरित गति से जांच करने के लिए लक्ष्मणझूला में कैंप कर रही पुलिस उपमहानिरीक्षक पी रेणुका देवी की अध्यक्षता में गठित एसआईटी ने घटनास्थल पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाना और उनका परीक्षण करना शुरू कर दिया है। एसआईटी से मिली जानकारी के अनुसार, रिजॉर्ट में घटना के दिन ठहरने वाले अतिथियों की सूची प्राप्त करने सहित कई भौतिक साक्ष्य इकट्ठा कर लिए गए हैं जबकि सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल, सीडीआर जैसे इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों का विश्लेषण और अध्ययन किया जा रहा है। प्रकरण के गवाहों और रिजॉर्ट के कर्मचारियों से भी पूछताछ जारी है। इसके अलावा, एसआईटी आरोपियों को पुलिस हिरासत में लेने की कार्यवाही भी कर रही है।