Video : Sonia Gandhi pays tribute to Mahatma Gandhi on the occasion of Gandhi Jayanti 2021

    Loading

    नई दिल्ली: राजस्थान कांग्रेस में चल रहे सियासी संकट के बीच प्रभारी अजय माकन (Ajay Maken) और पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने सोमवार को दिल्ली में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से मुलाकात की थी। जिसके बाद सोनिया गांधी ने इन दोनों नेताओं से राजस्थान में चल रहे बवाल पर लिखित रिपोर्ट मांगी थी। सूत्रों के हवाले से पता चला है कि, दोनों नेताओं ने सोनिया गांधी को रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में अनुशासनहीनता के मामले में मंत्री शांति धारीवाल के घर विधायकों की बैठक बुलाने वाले मंत्रियों पर कार्रवाई की सिफारिश की गई है।  

    अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश

    सूत्रों ने बताया कि, कांग्रेस पर्यवेक्षकों ने मंत्रियों और मुख्य सचेतक सहित पार्टी के 3 नेताओं के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की है। कांग्रेस पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट समानांतर बैठक आयोजित करने वाले राजस्थान के विधायकों की ओर से ‘घोर अनुशासनहीनता’ की ओर इशारा करती है।

    गहलोत पर कोई आरोप नहीं

    सूत्रों के अनुसार, पर्यवेक्षकों द्वारा पेश की गई नौ पन्नों की इस रिपोर्ट में सीएम अशोक गहलोत पर सीधे कोई आरोप नहीं है, लेकिन गहलोत के करीबियों पर कार्रवाई की सिफारिश की गई है। बता दें कि, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव लड़ने के घोषणा के बाद राजस्थान में मुख्यमंत्री बदलने को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही थीं। वहीं, इस मुद्दे को लेकर रविवार को जयपुर में सीएम आवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक भी बुलाई गई थी।

    मंत्री शांति धारीवाल के घर हुई थी बैठक

    उल्लेखनीय है कि, राजस्थान में बैठक के लिए कांग्रेस आलाकमान ने राजस्थान प्रभारी अजय माकन और पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे को जयपुर भेजा था। यहां विधायक दल की बैठक से पहले ही सीएम अशोक गहलोत के करीबी माने जाने वाले शांति धारीवाल के घर पर विधायकों की बैठक हुई थी। धारीवाल के घर पर हुई बैठक के बाद गहलोत समर्थक कई विधायक इस्तीफा देने के लिए विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के निवास पर गए थे। मंत्री शांति धारीवाल के घर हुई मीटिंग के वजह से विधायक दल की बैठक रद्द कर दी गई थी। इसके बाद खड़गे और अजय माकन दिल्ली लौट गए थे।