नई दिल्ली. आज सुप्रीम कोर्ट (Suprem Court) में उस समय अचरज हुआ जब मुख्य न्यायधीश डीवाई चंद्रचूड़ (DY Chandrachud) ने आज एक मामले की सुनवाई मराठी (Marathi) में की है। दरअसल आज महाराष्ट्र के एक वकील द्वारा मामले की सुनवाई के दौरान अपना बात मराठी में रखने पर मुख्य न्यायधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने मराठी भाषा में ही उसका जवाब दिया।
हालांकि आमतौर पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई अंग्रेजी भाषा में होती है। वहीं संविधान दिवस के मौके पर कानून मंत्री ने अपने संबोधन में कोर्ट में रीजनल भाषा में सुनवाई की बात कही थी।
गौरतलब है कि, भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़ ने शुक्रवार को कहा था कि संवैधानिक लोकतंत्र में कॉलेजियम सहित कोई भी संस्था सर्वश्रेष्ठ नहीं है और इसका समाधान मौजूदा व्यवस्था के भीतर काम करना है। उन्होंने यह भी कहा था कि न्यायाधीश वफादार सैनिक होते हैं जो संविधान लागू करते हैं।
जानकारी दें कि, संविधान सभा ने 26 नवंबर 1949 को भारत का संविधान अपनाया था और इस दिवस को वर्ष 2015 से पहले तक विधि दिवस के रूप में मनाया जाता था। लेकिन फिर साल 2015 से इसे संविधान संविधान दिवस के रूप में पुरे भारत में मनाया जाता है।