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     झालावाड़: कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar)ने महंगाई एवं बेरोजगारी को लेकर केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा और कहा कि वह दिन दूर नहीं, जब ‘‘मोदी-मोदी” का नारा लगाने वाले ‘‘महंगाई-महंगाई” चिल्लाएंगे। ‘भारत जोड़ो यात्रा’ (Bharat Jodo Yatra) में शामिल हुए कन्हैया कुमार ने देवरीघाट में संवाददाताओं से बात की। 

    यात्रा के दौरान छत पर खड़े कुछ युवाओं द्वारा ‘‘मोदी मोदी” के नारे लगाए जाने संबंधी वीडियो के वायरल होने का जिक्र करते हुए कुमार ने कहा, ‘‘हम बिल्कुल चिंतित नहीं है। हम उनका स्वागत करते हैं क्योंकि हम जानते हैं कि वह दिन दूर नहीं है जब वे ‘मोदी मोदी’ नहीं, ‘महंगाई महंगाई’ चिल्लाएंगे।” उन्होंने कहा, ‘‘हम कतई चिंतित नहीं है क्योंकि हमें पता है कि उनका ‘मोदी है तो मुमकिन है’ का नारा असली बात नहीं है। असली बात यह है कि ‘मोदी है तो महंगाई है’।”  

    असली सवाल रोजी-रोटी कपड़ा है 

    कांग्रेस नेता ने कहा कि देश के असल सवाल रोजी रोटी और कपड़ा एवं मकान हैं और कांग्रेस इन सवालों के जवाब के लिए यात्रा निकाल रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा यह संकल्प है कि हर हाल में हम देश को जोड़कर रखेंगे और किसी भी स्थिति में देश को बंटने नहीं देंगे।” कन्हैया कुमार ने बीजेपी पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब बच्चे इस यात्रा में आते हैं तो शिकायत की जाती है लेकिन जब गुजरात में चुनाव प्रचार के लिए प्रधानमंत्री मोदी खुद बच्चों का ‘‘इस्तेमाल” करते हैं तो कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।  

    पीएम मोदी पर बरसे कन्हैया 

    उन्होंने कहा, ‘‘हमने गुजरात के चुनाव प्रचार के दौरान वह होते देखा जो शायद इस देश के लोकतांत्रिक इतिहास में कभी नहीं हुआ होगा। हमने देखा कि जिन पर कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी थी, वह चुनावी मंचों से खुलेआम गुंडागर्दी की भाषा बोल रहे थे।” कन्हैया कुमार ने कहा, ‘‘यह अपने आप में बहुत दुखद व चिंताजनक स्थिति है अगर संस्थाएं इसी तरह काम करती रहीं तो देश के लिए यह एक गंभीर सवाल है कि हम लोकतंत्र को आगे कैसे लेकर जाएंगे।”

    विकास के नाम पर वोट क्यों नहीं मांगते 

    बीजेपी द्वारा गुजरात में बाहर के मुख्यमंत्रियों को चुनाव प्रचार के लिए बुलाए जाने पर सवाल उठाते कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘दुखद स्थिति यह है कि जिनका खुद का प्रदर्शन अच्छा नहीं है उन मुख्यमंत्रियों को गुजरात बुलाया गया है। अगर 27 साल में भाजपा ने वहां विकास किया है तो विकास दिखाकर क्यों वोट नहीं मांगते।” उन्होंने कहा, ‘‘पचास से अधिक विधायकों के टिकट काटे गए। इसका मतलब वे ठीक से काम नहीं कर रहे थे। अगर ठीक से काम कर रहे थे तो टिकट क्यूं काटा गया। मुख्यमंत्री तो कपड़ों की तरह बदले जा रहे हैं।”

    एग्जिट पोल के ‘एग्जिट’ (बाहर) होने का समय आ गया

    कुमार ने कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की गंभीरता को कम करने के लिए भाजपा के लोग जूते के फीते, टी-शर्ट जैसे गैर मुद्दों को मुद्दा बना देते हैं। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने एग्जिट पोल (चुनाव बाद सर्वेक्षण) से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए कहा कि एग्जिट पोल के ‘एग्जिट’ (बाहर) होने का समय आ गया है। उन्होंने कहा, ‘‘एग्जिट पोल के आधार पर सवाल करना उचित नहीं है। हम जानते हैं कि कैसे, क्यों और किसके प्रभाव में ऐसे सर्वेक्षण कराए जाते हैं।” उन्होंने कहा कि यात्रा को मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में समस्याओं का सामना करना पड़ा, जहां सड़कें खराब थीं और स्थानीय पुलिस व मीडिया के बीच विवाद आम बात थी लेकिन राजस्थान में यात्री जिन सड़कों पर चल रहे हैं वे बहुत अच्छी हैं। (एजेंसी)