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    दिल्ली: हिंडनबर्ग रिपोर्ट (Hindenburg Report) से संकट में फंसे अरबपति गौतम अडानी (Gautam Adani) को एक और बड़ा झटका लगा है। अडानी के सबसे बड़े विदेशी निवेशकों में से एक फ़्रांस की टोटल एनर्जीज़ से एक बड़ा झटका लगा है, जिसने फ़िलहाल 50 बिलियन डॉलर की परियोजना में अपनी भागीदारी रोक दी है। यूएस शॉर्ट-सेलर्स के आरोपों के बाद शुरू किए गए एक ऑडिट के रिपोर्ट के बाद 50 बिलियन डॉलर की हाइड्रोजन परियोजना में भारतीय समूह की भागीदारी को रोक दिया गया है।

    2030 तक एक मिलियन टन ग्रीन एनर्जी पैदा करने का लक्ष्य

    फ्रांस की इस कंपनी ने पिछले साल जून में अदानी ग्रुप के साथ पार्टनरशिप का ऐलान किया था। जून 2022 की घोषणा के अनुसार, टोटल एनर्जी (Total Energy ) को अदानी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड (ANIL) में 25% इक्विटी का अधिग्रहण करना था। अदानी समूह ने ग्रीन हाइड्रोजन इकोसिस्टम (Green Hydrogen Project) विकसित करने के लिए 50 बिलियन डॉलर का निवेश करके 2030 तक एक मिलियन टन ग्रीन एनर्जी पैदा करने का लक्ष्य रखा था। कंपनी ने कहा कि हमने हाइड्रोजन परियोजना को तब तक रोकने का फैसला किया है जब तक हमें स्पष्टता नहीं मिल जाती। टोटल एनर्जीज, जिसका अडानी समूह में 3.1 बिलियन डॉलर का निवेश है, हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा वित्तीय धोखाधड़ी के आरोपों से प्रभावित हुई है।

    कंपनी अडानी ग्रुप की ऑडिट रिपोर्ट का इंतजार कर रही 

    अब कंपनी अडानी ग्रुप की ऑडिट रिपोर्ट (Audit Report) का इंतजार कर रही है। अडानी समूह ने हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन किया है, उन्हें दुर्भावनापूर्ण और भारत पर हमला कहा है।कंपनी ने कहा कि साझेदारी की केवल घोषणा की गई थी, लेकिन परियोजना के लिए कोई अनुबंध नहीं किया गया था। पोयने ने कहा कि अडानी के पास अब निपटने के लिए कई अन्य चीजें हैं, बेहतर होगा कि जब तक ऑडिट चल रहा है, तब तक चीजों को रोक कर रखा जाए।