नई दिल्ली: समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार,दिल्ली में सिख समुदाय ( Sikh community) ने आज सोमवार को ब्रिटिश उच्चायोग के बाहर खालिस्तान समर्थक अलगाववादियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। सिख समुदाय के लोगों ने खालिस्तानी तत्वों द्वारा भारतीय ध्वज को नीचे गिराने की घटना को लेकर ब्रिटिश उच्चायोग के बाहर हाथों में तिरंगा लिए हुए अपनी नाराजगी का इजहार किया। उन्होंने कहा कि, वे तिरंगे का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। साथ ही हाथों में तिरंगा और तख्तियां लिए प्रदर्शनकारियों ने ‘भारत हमारा स्वाभिमान है’ के नारे लगाए। इससे पहले बीते दिन (रविवार) प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने अलगाववादी खालिस्तानी झंडे लहराए और खालिस्तानी समर्थक नारे लगाते हुए लंदन में भारतीय उच्चायोग के ऊपर फहराए गए तिरंगे को उतार दिया था।
#WATCH | Delhi: Sikh community holds protest outside British High Commission over the incident where Khalistani elements attempted to pull down the Indian Flag outside High Commission of India in London pic.twitter.com/B8sFKlF91O
— ANI (@ANI) March 20, 2023
लंदन में भारतीय उच्चायोग के ऊपर फहराए गए तिरंगे को उतरने का प्रयास
गौरतलब है कि खालिस्तानी झंडे लहराते हुए और खालिस्तानी समर्थक नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने लंदन में भारतीय उच्चायोग के ऊपर फहराए गए तिरंगे को रविवार शाम उतारने का प्रयास किया था। टूटी हुई खिड़कियों और ‘इंडिया हाउस’ की इमारत पर चढ़ने वाले लोगों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आईं थी। हालांकि घटनास्थल के वीडियो में एक भारतीय अधिकारी उच्चायोग की पहली मंजिल की खिड़की से एक प्रदर्शनकारी से झंडा पकड़ता हुआ दिख रहा है, जबकि प्रदर्शनकारी खालिस्तान का झंडा लहराता दिख रहा है।
उच्चायोग के अधिकारियों ने कहा कि प्रदर्शनकारियों का यह प्रयास नाकाम रहा और तिरंगा शान से लहरा रहा है। मेट्रोपोलिटन पुलिस ने बताया कि सुरक्षा स्टाफ के दो सदस्यों को मामूली चोटें आयी हैं लेकिन उन्हें अस्पताल ले जाने की आवश्यकता नहीं पड़ी। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए लंदन के मेयर सादिक खान ने कहा कि वह ‘‘हिंसक अव्यवस्था और तोड़फोड़” की निंदा करते हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हमारे शहर में इस तरह के बर्ताव के लिए कोई जगह नहीं है।” भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने इस घटना को ‘‘शर्मनाक” और ‘‘पूरी तरह अस्वीकार्य” बताया।
विदेश कार्यालय में मंत्री लॉर्ड तारिक अहमद ने कहा कि वह ‘‘स्तब्ध” हैं और सरकार भारतीय उच्चायोग की सुरक्षा को ‘‘गंभीरता” से लेगी। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मिशन तथा उसके कर्मियों की अखंडता के खिलाफ उठाया गया यह कदम पूरी तरह अस्वीकार्य कृत्य है।” स्कॉटलैंड यार्ड ने कहा कि उसे रविवार दोपहर को हिंसा की खबरें मिलीं तथा एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि पंजाब में खालिस्तान समर्थक नेता अमृतपाल सिंह पर कार्रवाई के बीच प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ तथाकथित ‘‘जनमत संग्रह 2020” करा रहा है।