Attempt to burn government vehicle by sprinkling petrol

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  • अतिक्रमण हटाने गई वन विभाग टीम पर हमला 

भंडारा. एक चौंका देने वाली घटना में वन विभाग की जमीन पर किया अतिक्रमण हटाने गई वन कर्मचारियों की टीम पर शुक्रवार को अतिक्रमणधारियों ने हमला कर दिया. घटना तुमसर तहसील अंतर्गत मौजा गोंडिटोला (सुकली/सं.) की है. 

शुक्रवार को बिट रक्षक डी. ए. काहुलकर, क्षेत्र सहायक यु. के. ढोके, बिट रक्षक ए. जे. वासनिक, बिट रक्षक डी. जे. उइके, वन रक्षक ए. डी. ठवकर एवं उनके चौकीदार इमारचंद शिवने पेट्रोलिंग के दौरान सुबह करीब 10.30 बजे मौजा गोंडिटोला (सुकली/नं.) ग्रुप नं. 23 व 36/2 में पहुंचे तो वहाँ करीब 20 से 25 व्यक्ति मौके पर ट्रैक्टरों की मदद से जमीन जोतने में लगे हुए थे. जब काहुलकर ने उनसे ट्रैक्टर निकालने को कहा तो उन्होंने गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी दी.

उक्त घटना की जानकारी काहुलकर ने वन परिक्षेत्र अधिकारी तुमसर को दी. वन विभाग की टीम 15 से 20 महिला एवं पुरुष कर्मचारियों को लेकर जब वन परिक्षेत्र अधिकारी वाहन से अतिक्रमण स्थल पर गये तो वहां खड़ी भीड़ ने लाठी, पेट्रोल की बोतल व कुल्हाड़ियों से वन कर्मियों पर हमला कर दिया. भीड़ ने वन परिक्षेत्र अधिकारी सी. जी. रहांगडाले, बिट गार्ड कहुलकर का कॉलर पकड़कर धमकाया की वे तुरंत चले जाएं नहीं तो कुल्हाड़ी से काटकर पेट्रोल डालकर आग लगा देंगे. भीड़ ने सरकारी वाहन नं. MH36K181 पर पेट्रोल डाल उसे आग लगाने की कोशिश की और पत्थर फेंक सरकारी गाड़ी की विंडस्क्रीन तोड़ दी. अतिक्रमणधारियों के बढ़ते दबाव को देख वन अमला वहां से चला गया और सिहोरा थाने पहुँच शिकायत दर्ज कराई.

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार ग्रुप नं. 23 व 36/2 में 15 से 20 आदिवासियों ने कुछ दिन पहले शासकीय भूमि पर कब्जा कर लिया था. बार-बार मौखिक और लिखित नोटिस देने के बावजूद भी अतिक्रमणधारियों ने कब्जा नहीं छोड़ा. जब वन अमला अतिक्रमण हटाने गया तो महिला कर्मचारियों को गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी गई. वन कर्मियों ने अब तक अतिक्रमण से संबंधित 4 वन अपराध दर्ज किए हैं जबकि अतिक्रमणकारियों ने अट्रासिटी एक्ट की धमकी देते हुए बलपूर्वक अतिक्रमण करने का प्रयास जारी रखा है.