अमरावती. शहर के मध्य से तथा अलग-अलग परिसर से गुजरने वाले नाले व नालियों की पूरी साफ सफाई अत्यंत जरूरी है. हर वर्ष वर्षा के पहले पानी में ही मनपा की पोल खुल जाती है. जब नालियों का पानी लोगों के घरों में तथा सड़कों पर आ जाता है, तो नालों की सफाई पर अधिक कहना अतिशयोक्ति होगी. इसलिए मनपा द्वारा नाले सहित शहर के सभी प्रभाग की नालियों में भरे पड़े कचरा निकाल कर साफ करने हेतु अभी से ध्यान केंद्रित करना जरूरी है. मनपा प्रशासन का कहना है कि इस पर कार्य शुरू है, लेकिन प्रत्यक्ष में कहीं पर भी कार्य नजर नहीं आ रहा है.
उल्लेखनीय है कि शहर में 16 बड़े नाले तथा 18 उप नाले बहते हैं. इसके अलावा हर प्रभाग या वार्ड में बड़ी-बड़ी नालिया है. नालियों की साफ-सफाई को लेकर नागरिक हर बार परेशान रहता है, लेकिन इन नाली तथा नालों की वर्षा के पूर्व साफ-सफाई नहीं की तो वर्षा का अतिरिक्त पानी कचरों के ढेरों से रूकावटें लाता है. इसलिए नाली तथा नालो से पानी बहने को योग्य मार्ग नहीं मिला तो इनके किनारों पर बसी बस्तियों को काफी तकलीफ का सामना करना पड़ता है.
मनपा के स्वास्थ्य व स्वच्छता विभाग को हर प्रभाग में हर माह 9 लाख 80 हजार खर्च आता है. इस तरह शहर में 23 प्रभाग में हर महा कुल 2 करोड़ 25 का खर्च आता है. इसके बावजूद शहर में साफ-सफाई को लेकर आयें दिन नागरिकों की शिकायतें रहती है. फिलहाल मनपा में प्रशासक राज है. इससे यह साफ सफाई की जिम्मेदारी आयुक्त तथा प्रशासन की बनती है. पहले हर वार्ड में पार्षद होने से उनके पास शिकायत लेकर जाते थे. अब नागरिक मनपा प्रशासन के पास शिकायत करने जाते हैं, तो उनकी कोई सुनवाई नहीं होती. विशेष शहर में 3 विधायक है. इसमें शहर से सुलभा खोडके, बडनेरा से रवि राणा तथा विधान परिषद से प्रवीण पोटे विधायक है. उन्होंने इस पर ध्यान देना जरूरी है. बड़े-बड़े विषयों के चलते ऐसे छोटी समस्या पर ध्यान नहीं जाता. जब यह समस्या उग्र रूप ले लेती है, तो राजकारण शुरू हो जाता है. इसका शिकार जन सामान्य को ही होना पड़ता है.
जोरदार वर्षा से शहर के नालों में पानी का भराव बढ़ जाने से नमूना, गौरक्षण चौक, अंबा देवी मंदिर मार्ग, चुना भट्टी, पन्नालाल नगर, भूतेश्वर चौक, नवाथे, रवि नगर, श्रीनाथ वाड़ी, राहटगांव, नवसारी, आनंद नगर जैसे परिसर में हर वर्ष समस्या निर्माण होती है. इस वर्ष यह समस्या ना आए इसलिए प्रशासन ने पहले ही नाले तथा नालियों की पूरे सतह तक साफ करना जरूरी है जिससे जब भी वर्षा होती है, तो नाली से लगाकर नाले तक के पानी को आगे बहने का मार्ग मिल जाए. मनपा आयुक्त तथा प्रशासक डा. प्रवीण आष्टिकर तथा अन्य अधिकारी इसकी गंभीर दखल लेंगे. ऐसी नागरिकों की अपेक्षा है.