covid-19-lockdown-Hitting on the middle class

लॉकडाउन के दौरान पहले ही बेरोजगारी, छटनी या वेतन कटौती के संकट से जूझ रहे मध्यम वर्ग को रसोई गैस व पेट्रोल के दाम बढ़ाकर एक और झटका दिया गया है।19 किलो वाले गैर सब्सिडी के एलपीजी सिलेंडर के दाम में 110 रुपए की वृद्धि कर दी गई है जबकि 14.2 किलो वाले सिलेंडर के दाम में 11.50 रु.वृद्धि हुई है।इ

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लॉकडाउन के दौरान पहले ही बेरोजगारी, छटनी या वेतन कटौती के संकट से जूझ रहे मध्यम वर्ग को रसोई गैस व पेट्रोल के दाम बढ़ाकर एक और झटका दिया गया है।19 किलो वाले गैर सब्सिडी के एलपीजी सिलेंडर के दाम में 110 रुपए की वृद्धि कर दी गई है जबकि 14.2 किलो वाले सिलेंडर के दाम में 11.50 रु.वृद्धि हुई है।इसी तरह उपकर बढ़ाने से पेट्रोल 2 रुपए प्रतिलीटर महंगा हुआ है।एसटी बस का किराया भी बढ़ाया गया है।इसकी वजह यह भी है कि सोशल डिस्टेंसिंग की वजह से कम यात्रियों को ले जाया जा रहा है।एसटी का घाटा बढ़कर 5000 करोड़ से ज्यादा हो गया है।ऐसी स्थिति में आम जनता पर आर्थिक भार बढ़ना स्वाभाविक है।कोरोना की वजह से लॉकडाउन में परिवहन बंद रहने से एसटी का घाटा बढ़ता चला गया।जहां तक पेट्रोल का मामला है, महाराष्ट्र की उपराजधानी में उसका दाम अन्य शहरों से अधिक ही रहता है।राज्य में पेट्रोल पर 28 फीसदी तथा डीजल पर 24 प्रतिशत वैट है।