farmers-protest-bjp-jjp-protection-haryana

नए कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली में जारी किसान आंदोलन का असर हरियाणा के निकाय चुनाव पर पड़ा.

Loading

नए कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली में जारी किसान आंदोलन का असर हरियाणा के निकाय चुनाव पर पड़ा. हरियाणा और पंजाब के किसान प्रमुख रूप से आंदोलन में भाग ले रहे हैं. सत्तारूढ़ बीजेपी-जेजेपी गठबंधन को उस समय करारा झटका लगा जब महापौर की 3 सीटों के लिए हुए चुनाव में उसे सिर्फ 1 सीट पर ही सफलता मिल पाई. कांग्रेस और हरियाणा जनचेतना पार्टी ने क्रमश: सोनीपत और अंबाला में जीत हासिल की जबकि बीजेपी को पंचकुला में जीतने के लिए संघर्ष करना पड़ा.

पहली बार हरियाणा के 3 शहरों में महापौर पद के लिए प्रत्यक्ष चुनाव हुए. सोनीपत में कांग्रेस के निखिल मदान ने बीजेपी के ललित बत्रा को 13,818 मतों के भारी अंतर से हराया. अंबाला में पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा की पत्नी व हरियाणा जनचेतना पार्टी की प्रत्याशी शक्तिरानी शर्मा ने बीजेपी उम्मीदवार वंदना शर्मा को हराया.

पंचकुला में बीजेपी के कुलभूषण गोयल ने कांग्रेस की उपिंदर कौर अहलूवालिया को 2,057 वोटों से हराया. 2 वर्ष पहले हरियाणा के 5 शहरों में महापौर चुनाव में बीजेपी को जीत मिली थी लेकिन इस बार किसान आंदोलन के आक्रोश के चलते बीजेपी अलोकप्रिय हो गई. बीजेपी के साथ गठबंधन बनाने वाली दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) को उकलाना और धरुहेरा में पराजय झेलनी पड़ी. 

हुड्डा ने पार्टी की बड़ी जीत करार दिया

सोनीपत में कांग्रेस की विजय पर हर्ष व्यक्त करते हुए हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदरसिंह हुड्डा ने कहा कि वह कांग्रेस की बड़ी जीत है जिसमें उसने लगभग 14,000 वोटों से बीजेपी को धूल चटा दी. बीजेपी को गंभीर नुकसान उठाना पड़ा. जनता ने दिखा दिया कि वह बीजेपी के खिलाफ है. एक बीजेपी नेता ने स्वीकार किया कि यद्यपि महापालिका चुनाव स्थानीय मुद्दों पर लड़े जाते हैं लेकिन किसान आंदोलन से प्रभावित वर्तमान तनावपूर्ण माहौल का असर इस चुनाव पर पड़ा. 

कांग्रेस की गुटबाजी

कांग्रेस की आंतरिक लड़ाई भी इन नतीजों में दिखाई दी. भूपिंदरसिंह हुड्डा ने दावा किया कि उन्हें अंबाला और पंचकुला में चुनाव प्रचार के लिए नहीं बुलाया गया था. ये इलाके हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी शैलजा के चुनाव क्षेत्र में आते हैं. हुड्डा के एक सहयोगी ने कहा कि जहां-जहां पर भी हुड्डा ने चुनाव प्रचार किया, वहां कांग्रेस के पक्ष में वोटिंग हुई. हुड्डा के समर्थन वाले निर्दलीय उम्मीदवार ने सांपला नगरपालिका के अध्यक्ष पद का चुनाव जीता.