डेढ़ वर्ष बाद महाराष्ट्र खुलने की तैयारी, क्या सामान्य जीवन जी पाएंगे लोग?

  • सभी के मन पर बोझ
  • इन पर पाबंदी जारी रहेगी

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कोरोना महामारी के संकट से जब सारी दुनिया हिल गई तो राष्ट्र और महाराष्ट्र भी कहां अछूता रहता! लोगों ने परिचितों व आत्मीयजनों को खो दिया. प्राइवेट अस्पतालों के लाखों रुपए के बिल ने पीड़ितों के परिवारों को कंगाल कर दिया. लॉकडाउन ने काम-धंधा छीनकर बड़ी तादाद में लोगों को बेरोजगारी की खाई में धकेल दिया. शिक्षा व्यवस्था व बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हुई. ऐसे लाखों बच्चे जिनके पास लैपटॉप, मोबाइल व इंटरनेट कनेक्शन नहीं है, ऑनलाइन शिक्षा से वंचित होकर रह गए. स्कूल-कॉलेज, कोचिंग क्लास सभी बंद रहे. जो छात्र इस वर्ष उत्तीर्ण हुए, उन पर भी यही ठप्पा रहेगा कि ये कोरोना काल के बैच के हैं जो पिछले एसेसमेंट के आधार पर पास किए गए, पता नहीं इन्हें कितना आता-जाता है!

उद्योगधंधे, व्यवसाय सभी पर महामारी का अत्यंत विपरीत असर पड़ा. केवल मास्क और सैनिटाइजर का बिजनेस अच्छा चल पड़ा. कोरोना का मानसिक दुष्प्रभाव भी कम नहीं रहा. जीवन अत्यंत असामान्य हो गया. सामाजिक मेलजोल बंद, स्कूल-कालेज-खेलकूद बंद, सभा-सम्मेलन पर रोक, धर्मस्थलों पर ताला, इस तरह बंदिशें ही बंदिशें लागू रहीं. संक्रमण को देखते हुए कोई चारा भी तो नहीं था. कोरोना की दूसरी लहर ने सभी को झकझोर कर रख दिया था. लॉकडाउन के लंबे दौर के करीब डेढ़ वर्ष बाद महाराष्ट्र खोलने की तैयारी है. फिर भी कुछ पाबंदियां लागू रहेंगी. हर किसी के दिमाग में यह सवाल कौंध रहा है कि क्या लोग पहले की तरह सामान्य जीवन जी पाएंगे?

सभी के मन पर बोझ

हर किसी के मन पर बहुत बोझ है. कितने ही लोग वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं. दहशत अब भी बनी हुई है क्योंकि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के अनुसार अहमदनगर, कोल्हापुर, बीड जिलों से प्रतिदिन कोरोना के 500 से 900 केस आ रहे हैं. सिंधुदुर्ग, रत्नागिरी, सांगली व रायगढ़ जिलों में कोरोना का खतरा बहुत अधिक है. अब पुणे के बाद नागपुर में भी पाबंदियां हटी हैं. होटल, रेस्टोरेंट, फूड कोर्ट, बार को रात 10 बजे तक खुला रखने की अनुमति दे दी गई है. इसमें 50 प्रतिशत बैठक की शर्त जोड़ी गई है. होम डिलीवरी और पार्सल सेवा रात 11 बजे तक दी जा सकेगी. इससे व्यापारियों और आम नागरिकों को बड़ी राहत मिलेगी जिसका वे लंबे समय से इंतजार कर रहे थे. इसके अलावा बाजार में शनिवार व रविवार बंद रहने की पाबंदी हटा दी गई है. दूकानें व शॉपिंग मॉल, सलून, ब्यूटी पार्लर, जिम, योगा सेंटर रात 8 बजे तक ही खुले रहेंगे. खेल मैदानों, सार्वजनिक उद्यानों को वाकिंग-जॉगिंग के लिए खोल दिया गया है. कृषि, निर्माण कार्य, औद्योगिक गतिविधियां, ट्रांसपोर्ट सेवा पूरी क्षमता से चलाई जा सकेंगी किंतु राजनीतिक रैली, मोर्चा, सांस्कृतिक कार्यक्रम, शादी, जन्मदिन आदि के लिए 3 घंटे का समय दिया गया है जिन्हें 8 बजे तक हॉल की 50 प्रतिशत क्षमता या 50 लोगों की उपस्थिति में निपटाना होगा.

इन पर पाबंदी जारी रहेगी

सभी स्कूल, कॉलेज, सिनेमाघर, मल्टीप्लेक्स, थियेटर, धार्मिक स्थल पूरी तरह बंद रहेंगे इसलिए शिक्षा व्यवस्था, मनोरंजन व धार्मिक गतिविधियों पर लॉकडाउन की पाबंदियां कायम हैं. इनडोर स्पोर्ट में भी तैराकी और शारीरिक संपर्क वाले खेलों पर पाबंदी जारी रहेगी. इस तरह देखा जाए तो स्थितियां पहले की तरह सामान्य नहीं हो पाई हैं. अभी इसके लिए प्रतीक्षा करनी होगी.