समृद्धि महामार्ग (फाइल फोटो)
समृद्धि महामार्ग (फाइल फोटो)

महाराष्ट्र के विकास की दिशा में समृद्धि महामार्ग का निर्माण विशेष महत्व रखता है.

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महाराष्ट्र के विकास की दिशा में समृद्धि महामार्ग का निर्माण विशेष महत्व रखता है. यह सुखद है कि आगामी 1 वर्ष महाराष्ट्र दिवस से नागपुर-शिर्डी का 520 किमी लंबा समृद्धि हाईवे शुरू हो जाएगा. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इसका ट्रायल भी लिया. कोरोना काल में भी इसका निर्माण नहीं रूका. मुख्यमंत्री ने कहा कि जब यहा महामार्ग पूरा होगा तो सर्वोत्तम साबित होगा. इस महत्वाकांक्षी परियोजना की विशेषताएं इस प्रकार हैं. 1 दिसंबर 2021 से नागपुर से इगतपुरी महामार्ग शुरू होगा.

8 घंटों में इससे नागपुर से मुंबई पहुंचा जा सकेगा. यह महामार्ग 9 जिलों और 392 गांवों से होकर जाएगा. 701 किमी लंबे इस महामार्ग के निर्माण पर 53,322 करोड़ रुपए खर्च आएगा. इसमें 8 भूमिगत (सुरंगवाले) मार्ग होंगे. हर 40 किलोमीटर पर चार्जिंग पॉइंट रहेगा ताकि इले्ट्रिरक वाहनों को सुविधा हो सके. इतना होने पर भी यह नहीं भूलना चाहिए कि विशेष ट्राफिक पुलिस का नियंत्रण रहने पर ही समृद्धि महामार्ग सफल हो पाएगा. दुर्घटनाओं से बचाव के लिए गाड़ियों का गति नियंत्रण व यातायात नियमों का पालन अत्यंत आवश्यक है. यूपी के यमुना एक्सप्रेस वे पर कितने ही हादसे होते हैं.

ट्रैफिक पुलिस को समृद्धि मार्ग पर भी ध्यान देना होगा कि कोई नशे की हालत में वाहन न चलाए तथा निर्धारित गति सीमा का पूरी तरह ध्यान रखे. विभिन्न प्रकार के वाहन अपने लेन सिस्टम का पूरी तरह पालन करें. संकेतकों का ध्यान रखते हुए वाहन चलाए जाएं तो यातायात सुचारू व सुगम हो सकता है. समृद्धि महामार्ग नागपुर और विदर्भ को सीधे राजधानी से जोड़ेगा तो साथ ही उससे लगे क्षेत्रों में अपने नाम के अनुरूप समृद्धि भी लाएगा और आनेवाले वर्षों में विकास को पंख लगेंगे.