राऊत की कांग्रेस-एनसीपी को दो टूक, प्रदेश में सरकार शिवसेना की ही

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    शिवसेना के सांसद संजय राऊत के आक्रामक तेवरों की दाद देनी होगी. उन्होंने अपने पुणे-शिरूर दौरे में जोरशोर से कहा कि राज्य में 3 पार्टियों की सरकार है फिर भी मुख्यमंत्री पद जिसके पास होता है उसी पार्टी की सरकार रहती है. यह हमारी सरकार है क्योंकि यह उद्धव ठाकरे की सरकार है. हर कोई हमारा है लेकिन शिवसेना सबसे ऊपर है. इस तरह संजय राऊत ने कांग्रेस व एनसीपी के गढ़ में जाकर इन पार्टियों को दो टूक चुनौती दी है और शिवसेना का वर्चस्व जताया है. उन्होंने कहा कि हर पार्टी को शिवसेना की जरूरत पड़ती है. राऊत ने ऐसा बयान देकर शिवसेना के दबंग तेवरों को दर्शाया है. उनका आशय यही है कि शिवसेना यदि इंजन है तो महाविकास आघाड़ी की बाकी दोनों पार्टियां उसके पीछे लगे हुए डिब्बे हैं. महाराष्ट्र में शिवसेना स्वयं को हमेशा से अव्वल मानती आ रही है.

    शिरूर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में एनसीपी और शिवसेना के बीच टकराव बना हुआ है. इसे देखते हुए राऊत का पुणे-शिरूर दौरा महत्व रखता है. राऊत ने अपने भाषण में एनसीपी को चुनौती दी है. शिरूर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र एक समय शिवसेना का गढ़ था. आढलराव पाटिल ने यहां से 3 बार लोकसभा के लिए निर्वाचित होकर हैट्रिक बनाई थी किंतु 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें चौका मारने से एनसीपी के अमोल कोल्हे ने रोक दिया. इसी प्रकार विधानसभा चुनाव में भी खेड़, जुन्नर निर्वाचन क्षेत्र में एनसीपी के उम्मीदवार ने विजय पाई. इन्हीं बातों को देखते हुए राऊत ने शिरूर में एनसीपी को चुनौती दी.

    शिवसेना का वर्चस्व जताया

    संजय राऊत ने यह कहते हुए कि शरद पवार हमारे है, अजीत पवार भी हमारे हैं, दिलीप वलसे पाटिल गृहमंत्री हैं लेकिन शिवसेना सबसे ऊपर है, शिरूर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में जाकर एनसीपी को अपना वर्चस्व बताते हुए झटका दिया. इसके साथ ही यह कहकर कि बीजेपी को आज भी शिवसेना की जरूरत है, उन्होंने शिवसेना का महत्व जताया. राऊत ने विश्वास व्यक्त किया कि शिरूर और जुन्नर मतदाता क्षेत्र में शिवसेना का भगवा झंडा अवश्य फहरेगा. इस तरह उन्होंने चुनाव में सांसद अमोल कोल्हे और विधायक अतुलशेठ बेनके को हराने का शिवसेना का मनसूबा जता दिया.

    उद्धव ठाकरे एक दिन देश का नेतृत्व करेंगे

    संजय राऊत ने कहा कि हम सामने से वार कर अतड़ियां निकाल लेते हैं, पीठ में खंजर नहीं घोंपते. हम शिवाजी महाराज के वंशज हैं जिन्होंने अफजल खान की अतड़ियां निकाल ली थीं और शाइस्ता खान की उंगलियां सामने से काटी थीं. पीठ पर वार करने की शिवसेना की परंपरा नहीं है. हम अपने वचन से पीछे नहीं हटे. वचन दूसरों ने तोड़ा है. देश के पहले 5 लोकप्रिय मुख्यमंत्रियों में उद्धव ठाकरे का नाम है. एक दिन उद्धव ठाकरे देश का नेतृत्व करेंगे. शिवसेना को डुबोने के लिए कई लोग पानी में बैठे हैं लेकिन वे शिवसेना का बाल भी बांका नहीं कर सकते.