'Hiware-Bazar' pattern of Corona liberation is discussed across the country

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    अहमदनगर. विगत कुछ समय से राज्य के शहरी इलाकों में कोरोना मरीजों की संख्या कमी आ रही है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना संक्रमण (Corona Infection) की गति कम न होने से चिंता भी है। कोरोना (Corona) का प्रसार रोकने के लिए शासन और प्रशासन की ओर से लगातार विविध उपाय किए जा रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर अहमदनगर जिले (Ahmednagar District) के आदर्श गांव हिवरे बाजार ने अमल किए कोरोना मुक्ति के लिए कोविड व्यवस्थापन के बारे में पुरे देशभर जोरदार चर्चा हो रही है। कुछ समय पहले हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) समेत अनेक वरिष्ठों ने हिवरे बाजार पैटर्न की पद्मश्री पोपटराव पवार के कार्य की सराहना की है। उसी तरह विगत कुछ दिनों से देश के विविध राज्यों से हिवरे बाजार से संपर्क करते उपायों की जानकारी ली जा रही है।

    20 मार्च 2021 को हिवरे बाजार गांव में कोरोना का पहला मरीज मिला था, लेकिन इस विषय की गंभीरता समझ नहीं आयी थी। इस दौरान 2 अप्रैल से 23 अप्रैल इस अवधि में कोरोना के लक्षण पाए गए 149 लोगों की एंटीजन टेस्ट किया गया,  जिसमें 20 लोग पॉजिटिव पाए गए। 4 मरीजों के लिए वेंटिलेटर पर रखना पड़ा और 4 में से एक मरीज की कोरोना के कारण मौत हुई। 

    5 पथकों का निर्माण किया गया

    इस कारण स्थिति की गंभीरता के मद्देनजर पद्मश्री पोपटराव पवार की सूचना के अनुसार, गांव के प्रमुख कार्यकर्ते और कोरोना सुरक्षा समिति की बैठक लेकर कोरोना से लड़ाई के लिए नियोजन किया गया। गांव में सर्वेक्षण पथक, विलगीकरण कक्ष पथक, मरीजों की आवाजाही करने के लिए रुग्णवाहिका चालक पथक, कोविड हेल्पलाइन पथक और टीकाकरण पथक ऐसे 5 पथकों का निर्माण किया गया। शुरू में गांव के हर एक घर में सर्वेक्षण का काम किया गया। थोडे़ लक्षण होने वाले 27 लोगों की टेस्ट की गई। रिपोर्ट आने तक सभी को विलगीकरण में रखा गया। पॉजिटिव पाए गए मरीजों पर डॉक्टरों की निगरानी और मार्गदर्शन में उपचार शुरू किए। कोरोना संक्रमित लोगों के संपर्क में आए सभी लोगों की शीघ्र गति से चिकित्सा की गई। कोरोना संक्रमित पाए गए लोगों को तत्काल विलगीकरण करते उन पर इलाज किए गए। इस कारण हिवरे बाजार ने कोरोना की श्रृंखला तोड़ने में सफलता हासिल की। गांव के यशवंत कृषि ग्राम और विकास संस्था के प्रशिक्षण केंद्र में 60 बेड का स्वतंत्र विलगीकरण कक्ष तैयार किया है। विलगीकरण कक्ष में दाखिल होने वाले नागरिकों को आहार, दवाइयां, उपचार नियमित रूप से देते समय उनके शरीर में ऑक्सीजन लेवल और तापमान की जांच भी नियमित रूप से की जाती है।

    बैठक भी ऑनलाइन आयोजित होती है

    हिवरे बाजार गांव में किराना, राशन दुकान, दूध डेअरी ऐसे सभी जगहों पर उचित नियोजन करते नागरिकों को वस्तुओं का वितरण किया जाता है। ग्रामसुरक्षा इस यंत्रणा के साथ गांव के 900 मोबाइल जोडे़ गए है। इस माध्यम से दिया गया किसी प्रकार का संदेश केवल 30 सेकंड में 900 लोगों तक पहुंचाया जाता है। सभी समितियों की बैठक भी ऑनलाइन आयोजित होती है।