कृषि उद्योजकों को ग्रामीण क्षेत्र में अवसर

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– महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई का प्रतिपादन

अहमदनगर. खेतों में फसल तैयार होने के बाद उचित तकनीक के इस्तेमाल के अभाव से किसानों की फसलों का भारी नुकसान होता है. जिसके कारण हर साल किसानों व देश का हर वर्ष में करोड़ों रूपए का नुकसान होता है. हर गांव में तहसील में और जिले में कृषि प्रक्रिया उद्योग शुरू हुए तो किसानों का होनेवाला नुकसान टालना संभव है. प्रक्रिया उद्योग के सिवा खेती व्यवसाय को भविष्य नहीं है. प्रक्रिया उद्योग का निर्माण करने के लिए आवश्यक साधन सुविधा ग्रामीण क्षेत्र में अल्प दरों में उपलब्ध है. इन बातों के मद्देनजर कृषि उद्योजकों को प्रक्रिया उद्योग शुरू कराने के लिए ग्रामीण क्षेत्र में भारी अवसर उपलब्ध है.ऐसा प्रतिपादन महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने किया.

स्मार्ट अन्न प्रक्रिया का प्रगत तकनीक विषय पर महात्मा फुले कृषि विद्यापीठ व्दारा आयोजित 2 सप्ताह के आनलाइन प्रशिक्षण के समापन समारोह में उद्योग मंत्री देसाई बोल रहे थे. कुलगुरू डॉ.के.पी.विश्वनाथा की अध्यक्षता में इस समारोह के लिए डॉ.अशोक फरांदे,डॉ.शरद गडाख,डॉ.नारायण सिंह ठाकोर,डॉ.दिलीप पवार,डॉ.सुनील गोरंटीवार,डॉ.मुकुंद शिंदे,डॉ.विक्रम कड आदि उपस्थित थे. 

राज्य में 8 मेगा फूड पार्क 

सुभाष देसाई ने कहा कि महाराष्ट्र में सभी प्रकार की सब्जियां और फल का उत्पादन अधिक मात्रा में किया जाता है. राज्य में 8 मेगा फूड पार्क और 600 से जादा मार्केट पार्क शुरू किए हैं. कुलगुरू डॉ.विश्वनाथा नें भी मार्गदर्शन किया. इस प्रशिक्षण के लिए देश विदेश से 320 प्रशिक्षुओं ने भाग लिया. इंजीनियर कल्पेश बोरसे ने सूत्र संचालन किया.डॉ.दिलीप पवार ने आभार व्यक्त किए.