असंगठित,घरेलू मजदूरों को 10 हजार की आर्थिक मदद मिले

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  • नगर जिला श्रमिक कष्टकरी कामगार संगठन की मांग

अहमदनगर. कोरोना महामारी को रोकने के लिए लागू किए गए लाकडाउन के कारण असंगठित मजदूर, घरेलू कामगार बेरोजगार हो गए हैं. परिवार का गुजारा करना उनके लिए कठिन हो गया है. ऐसी कठिन स्थिति में घरेलू कामगार और असंगठित मजदूरों को आधार देने के लिए सरकार को उन्हें 10 हजार रुपए की आर्थिक मदद देने की मांग जिला श्रमिक कष्टकरी कामगार संगठन ने की.

 जिले के पालकमंत्री हसन मुश्रीफ को दिए निवेदन में कहा गया है कि कोरोना महामारी और लाकडाउन के कारण अनेक लोगों का रोजगार छिन गया है. विगत 4 महीनों से असंगठित कामगार, घरेलू कामगार भारी संकट की स्थिति का सामना कर रहे हैं. सरकार राशन का अनाज उपलब्ध करा रही है, लेकिन राशन दुकानदारों की कालाबाजारी के कारण गरीब लोगों को अनाज देने से वंचित रखा जा रहा है. राज्य में राशन वितरण व्यवस्था में भारी मात्रा में गैरव्यवहार हो रहा है. अधिकांश श्रमिकों  ने निजी फाइनेंस कंपनियों से लिए कर्ज की किश्त भरना भी असंभव हो गया  है. ऐसी स्थिति में सरकार ने प्रत्येक घरेलू कामगार को 10 हजार रुपए की मदद देना आवश्यक है. संगठन के अध्यक्ष विलास कराले, सेक्रेटरी गोरख खांदवे, रावसाहब काले, अविनाश पाचारे, चंद्रकांत काजवे आदि इस समय उपस्थित थे.