प्रकृति की भक्ति करनेवाला वारकरी

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  • वृक्षारोपण के समय हभप अनिल महाराज वालके का प्रतिपादन

अहमदनगर. कोरोना महामारी का संक्रमण न बढे़ इसे ध्यान में रखते हुए पंढरपुर यात्रा और पैदल दिंडी जैसे उपक्रम रद्द करने पडे, लेकिन ऐसी विपरीत पस्थिति होने के बावजूद अनेक वारकरियों द्वारा वृक्षारोपण और उसके जतन के लिए किए उपक्रम सराहनीय है. इन बातों के मद्देनजर वारकरी निश्चित ही प्रकृति की भक्ति करनेवाला है. यह बात स्पष्ट होती है.ऐसा प्रतिपादन हभप अनिल महाराज वालके ने किया.

  अखिल भारतीय वारकरी मंडल के महाराष्ट्र प्रदेशाध्यक्ष पद पर हभप अनिल महाराज वालके का चयन होने के उपलक्ष्य में निसर्ग और सामाजिक पर्यावरण प्रदूषण निवारण मंडल और डोंगरे बहुउद्देशीय संस्था व्दारा उनका सत्कार किया गया. उसी तरह पाथर्डी तहसील के माली बाभुलगांव में ज्ञानेश्वर सेवाधाम संस्था में वृक्षारोपण और बीजारोपण अभियान की शुरूआत की गई. इस अवसर पर वालके महाराज बोल रहे थे. डोंगरे संस्था के अध्यक्ष नाना डोंगरे,राधाबाई वालके,ज्ञानेश्वरी वालके,कैवल्य वालके आदि उपस्थित थे.वालके महाराज ने कहा कि बेशुमार पेडों की कटाई होने के कारण पर्यावरण का संतुलन बिगड़ा है. इसी कारण अनेक प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ रहा है.