Lockdown

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    • अकोला में अनलाक रखते हुए 
    • नियमों का पालन करें
    • 8 मार्च तक लाकडाउन बढ़ाने को लेकर

    अकोला. अकोला जिले में अकोला शहर, मुर्तिजापुर शहर और अकोट शहर को कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए यहां 28 फरवरी तक लाकडाउन घोषित किया गया था. इसके बाद जिलाधिकारी जीतेंद्र पापलकर ने 27 फरवरी की रात एक और आदेश निकाल कर अब लाकडाउन की अवधि 8 मार्च तक बढ़ा दी है. अब 8 मार्च तक सुबह 8 से 3 बजे तक सिर्फ जीवनावश्यक वस्तुओं, मेडिकल स्टोर्स, दूध, सब्जी के साथ साथ सिर्फ कृषि उद्योग से जुड़े प्रतिष्ठान शुरू रहेंगे. सभी रेस्टारेंट और होटलों को सिर्फ पार्सल सेवा की अनुमति दी गयी है.

    अब जो 8 मार्च तक लाकडाउन बढ़ाया गया है. उसे लेकर अकोला के विधायकों तथा जनप्रतिनिधियों ने गहरी नाराजी प्रकट की है. सभी का कहना है कि लाकडाउन की एक सीमा रहती है. आज बढ़ाए गए लाकडाउन को लेकर अकोला पश्चिम के विधायक गोवर्धन शर्मा, अकोला पूर्व विधान सभा क्षेत्र के विधायक रणधीर सावरकर तथा पूर्व महापौर और भाजपा के महानगराध्यक्ष विजय अग्रवाल ने जिलाधिकारी जीतेंद्र पापलकर से भेंट कर इस बढ़ाए गए लाकडाउन के विषय में उनसे पुनर्विचार का आग्रह किया.

    ऐसे लाकडाउन से अनलाक अच्छा

    शहर के अनेक व्यापारियों तथा लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन द्वारा इस तरह का लाकडाउन कहीं से भी ठीक नहीं है. जिसमें सिर्फ जीवनावश्यक वस्तुएं और मेडिकल छोड़कर सारा बाजार बंद है. इस शादी ब्याह के मौसम में लोगों को जेवर, कपड़ा, बरतन आदि नहीं मिल रहे हैं. जबकि विवाह समारोह में इन सभी वस्तुओं की जरूरत पड़ती है. इसलिए सभी का कहना है कि दोपहर 3 बजे तक जीवनावश्यक वस्तुओं के साथ साथ सभी वस्तुओं के प्रतिष्ठान खुले रहने चाहिए. इसी के साथ साथ जिला प्रशासन द्वारा सख्ती से सभी नियमों का पालन किया जाना चाहिए. नियमों का उल्लंघन करनेवालों पर कार्रवाई की जानी चाहिए. 

    जिला प्रशासन पुनर्विचार करे -विधायक गोवर्धन शर्मा

    अकोला पश्चिम के वरिष्ठ विधायक गोवर्धन शर्मा से बातचीत करने पर उन्होंने कहा कि 28 फरवरी के बाद अब 8 मार्च तक लाकडाउन बढ़ाना यह उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि यह शादी ब्याह का समय है. यह सही है कि सभी कार्य कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने को लेकर सरकार द्वारा दी जा रही सूचनाओं का पालन करते हुए होने चाहिए. लेकिन पूरी तरह से बाजार बंद कर देने से व्यापारियों के साथ साथ आम लोगों को बहुत तकलीफ हो रही है. लोग बेरोजगार हो रहे हैं.

    यह उचित नहीं है. या तो दोपहर 3 बजे तक सभी तरह के प्रतिष्ठानों को खोलने की अनुमति देनी चाहिए लेकिन कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने को लेकर जो सूचनाएं दी गयी हैं उनका पालन करते हुए. लेकिन इस तरह सभी बाजार बंद कर देना उचित नहीं है. जिला प्रशासन ने पुनर्विचार करना चाहिए और बिना लाकडाउन के संपूर्ण क्षेत्र में नियमों का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए. 

    लाकडाउन यह उपाय नहीं -रणधीर सावरकर

    अकोला पूर्व विधान सभा क्षेत्र के विधायक रणधीर सावरकर ने कहा कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लाकडाउन यह उपाय नहीं है. इस कारण सामान्य जनता के साथ साथ सभी व्यापारी अब त्रस्त हो गए हैं. लाकडाउन बढ़ाते समय जिला प्रशासन ने जनप्रतिनिधियों तथा व्यापारियों को विश्वास में नहीं लिया इसलिए जिला प्रशासन ने जो लाकडाउन 8 मार्च तक बढ़ाया है उसके बारे में फिर से विचार किया जाना चाहिए. यदि जनता के साथ साथ व्यापारियों ने इस लाकडाउन के खिलाफ कदम उठाया तो मैं जनता के साथ रहूंगा, यह भी विधायक रणधीर सावरकर ने कहा.