अकोला. लॉकडाउन के समय जिले में हत्या की सात घटनाएं हुई. लॉकडाउन का व्यक्ति के मानसिकता पर भी असर दिखाई दे रहा है. जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कानून व्यवस्था पूरी तरह से लड़खड़ा गई है. जिसके कारण लोगों में दहशत देखी जा रही है. यह सब घटनाएं कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रही हैं. पिछले एक सप्ताह में अकोला जिले के खरप ग्राम में पिता, पुत्र की हत्या की घटना घटी. जिले के मांजरी गांव में मारपीट में एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई. इसके बाद जिले के ही बोरगांव मंजू में एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई.
इसी तरह औद्योगिक क्षेत्र में समलैंगिक संबंधों को लेकर एक युवक की हत्या हुई, इसके बाद पातुर तहसील के अंबाशी गांव में पानी भरने को लेकर उपजे विवाद में जमकर मारपीट हुई जिसमें उपचार के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गयी, इन घटनाओं की जांच शुरू ही थी कि अकोट में एक विवाद को लेकर एक युवक की हत्या कर दी गई. इसी तरह शराब को लेकर मूर्तिजापुर में एक व्यक्ति की हत्या हुई.
बढ़ रही चोरी की घटनाएं
यदि पुलिस बल कम है तो पुलिस बल की पूर्ति होनी चाहिए, क्योंकि अभी सर्वाधिक महत्वपूर्ण लड़ाई कोरोना वायरस के खिलाफ चल रही है. हाल ही में चोहोट्टा बाजार में पेट्रोल पम्प के पास रात एक मोटरसाइकिल पर आ रहे 20 वर्षीय युवक को किसी अज्ञात वाहन ने उड़ा दिया जिसमें दुर्घटनास्थल पर ही युवक की मौत हो गई. अज्ञात वाहन फरार हो गया. इसी के साथ चोरी की घटनाएं भी बढ़ रही हैं. इस कारण अब लोग खुद को असुरक्षित से महसूस करने लगे हैं. इस ओर सरकार द्वारा गंभीरता से ध्यान दिया जाना जरूरी है.