जिले में 77 बाढ़ पीड़ित गांव, प्राकृतिक आपदा के लिए प्रशासन तैयार

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    अकोला. आगामी मानसून से जिला व तहसील स्तर पर आपदा व्यवस्थापन की पूर्व तैयारी की गई है. प्राकृतिक आपदा के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार होने का निवासी उप जिलाधिकारी संजय खडसे ने बताया है. बाढ़ पीड़ित गांव निश्चित किए गए है. जिले में 77 बाढ़ पीड़ित गांव है. जिसमें से अकोला में 12, बार्शीटाकली में 12, अकोट में 10, तेल्हारा में 11, बालापुर में 8, पातुर में 10 व मूर्तिजापुर में 14 इस तरह तहसीलस्तरीय बाढ़ से पीड़ित होनेवाले गांव है. 

    भारतीय मौसम विभाग पुणे व नागपुर की ओर से प्राप्त प्राकृतिक आपदा के संदेश स्थानीय स्तर पर आपदा व्यवस्थापन समिति की ओर तुरंत पहुंचाए जाते है. जिससे महानगर पालिका, नगर पालिकास्तर पर आपदा संबंधि नियोजन किए जाते है. जिले की 77 गांवों में स्थलांतर की आवश्यकता निर्माण होने पर गांव में निवारा उपलब्ध होने के लिए नियोजन किया गया है. अकोला शहर के 33 स्थान, अकोट शहर के 10 स्थान, बालापुर शहर के 5 स्थान बाढ़ पीड़ित लोगों के स्थलांतर के लिए निश्चित किए है. 

    खोज व बचाव के लिए अकोट व अकोला में प्रत्येकी एक इस तरह से 2 रबर बोट उपलब्ध है. लाइफ जैकेट, लाइफ रिंग, रोप 400 मी., इमरजन्सी लाइट आदि सामग्री उपलब्ध है. प्रत्येक तहसीलस्तर पर राजस्व कर्मचारी, होमगार्ड, पुलिस, स्वयंसेवी संस्था के पथक उपलब्ध है. आवश्यकता के अनुसार एनडीआरएफ पुणे व एसडीआरएफ नागपुर की मदद उपलब्ध होने का नियोजन किया गया है. खोज कार्य के दौरान खोज व बचाव पथक को निवास के लिए जिला तथा तहसीलस्तर पर 10 स्थान निश्चित किए गए है. तेज हवा, बेमौसम बारिश, बिजली गिरना, ओलावृष्टि, बाढ़ की स्थिति की प्राप्त सूचना के अनुसार नागरिक सतर्क रहने का आहवान जिला प्रशासन ने किया है.