- पालकों और छात्रों में खुशी का वातावरण
बोरगांव मंजू. कोविड 19 के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए प्रशासन ने राज्य के कभी स्कूल बंद करने के आदेश जारी किया था. जिसे देखते हुए सभी लंबे समय से स्कूल बंद थे. बंद हुए स्कूल की घंटी आखिर बजी है. बंद पड़ी शालाओं में एक बार फिर से रौनक, बच्चों की चहलपहल देखने को मिल रही है.
अकोला तहसील के ग्राम बोरगांव मंजू की गौसे रहमत उर्दू प्राथमिक शाला, जिला परिषद उर्दू शाला क्रमांक 2 इसी के साथ ग्रामीण भागों की लगभग सभी स्कूल में 8वीं से 12वीं की शाला शुरू हो चुकी है. कोरोना का संक्रमण नियंत्रण में है और बहुत से जगहों पर स्थिति में काफी सुधार देखने को मिल रहा है. जिसे देखते हुए राज्य सरकार नियमों का पालन करते हुए स्कूल शुरू कर रही है.
सरकार के निर्देश पर नियमों का पालन करते हुए बोरगांव मंजू की गौसे रहमत उर्दू शाला 15 जुलाई से शुरू की गई है. सबसे पहले शिक्षकों ने छात्रों को गुलाब पुष्प देकर स्वागत किया. कभी लंबे समय से छात्रों ने स्कूल का चेहरा नही देखा था अब उन के चहेरे पर अलग सी मुस्कान देखने को मिल रही है. स्कूल में सरकार के निर्देश को ध्यान में रखते हुए हाथ धोने के लिए साबुन, सैनिटाइजर, कक्षा में एक बेंच पर एक ही छात्र, हर छात्र के दरमियान 2 गज की दूरी की व्यवस्था की है.
सरकार के निर्देश पर कक्षा 8वीं से 12वीं तक की शाला शुरू की गई है. साथ ही सरकारी नियमों का सख्ती से पालन किया जा रहा है. छात्रों के साथ उन के पालकों का भी अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है.- आसिफ मुख्याध्यापक, गौसे रहमत उर्दू शाला, बोरगांव मंजू.