- व्यापारी संगठनों की जिला प्रशासन से मांग
अकोला. दोपहर 4 बजे तक प्रतिष्ठानों को खोलने की अनुमति है लेकिन दोपहर 4 बजे तक का समय बहुत ही कम है. इतने कम समय में व्यापार करना बहुत मुश्किल है. इसलिए कम से कम शाम 7 बजे तक सभी बाजारपेठ खुले रहने चाहिए, इसी तरह सप्ताह में शनिवार, रविवार दो दिन पूरी तरह से लाकडाउन रखना ठीक नहीं है.
सप्ताह में सिर्फ एक दिन सभी प्रतिष्ठान बंद रहने चाहिए यह मांग अब विविध व्यापारी संगठनों द्वारा की जा रही है. सभी का कहना है कि सप्ताह में दो दिन बाजारपेठ बंद रखने से विविध वस्तुओं की बिक्री में काफी कमी आई है और लोगों को असुविधा तथा तकलीफ भी हो रही है. इसलिए जिला प्रशासन द्वारा अब प्रतिष्ठानों को खुले रखने हेतु शाम 7 बजे तक अनुमति प्रदान की जानी चाहिए.
शाम 7 बजे तक अनुमति जरूरी
इस बारे में विदर्भ चेम्बर ऑफ कामर्स एन्ड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष नितिन खंडेलवाल का कहना है कि सभी बाजारों को शाम 7 बजे तक खोलने की अनुमति प्रदान की जानी चाहिए. वैसे भी अब कोरोना की दूसरी लहर समाप्ति की ओर है. उस अनुसार शाम 7 बजे तक यदि सभी प्रतिष्ठानों को खोलने की अनुमति दी जाती है तो आम लोगों को भी सुविधा रहेगी तथा बाजारों की स्थिति भी सुधरेगी. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने इस बारे में गंभीरता से विचार करना चाहिए और सभी बाजारों को शाम 7 बजे तक खोलने की अनुमति देनी चाहिए.
इसी तरह होलसेल किराणा मर्चंट एसो. के सचिव कासमअली नानजीभाई का कहना है कि होलसेल किराणा व्यवसाय के लिए सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक का समय देना चाहिए क्योंकि दोपहर 4 बजे तक का समय बहुत ही कम पड़ रहा है. इस ओर भी ध्यान दिया जाना चाहिए.
नियमों का पालन न करने पर कार्रवाई की जाए
शहर के व्यापारियों का कहना है कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सभी व्यापारियों का काम है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई सभी सूचनाओं का पूरी तरह से पालन करें. लेकिन समय शाम 7 बजे तक ही रखें जिससे सबको सुविधा हो. व्यापारियों का कहना है कि यदि कोई कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने हेतु दी गयी सूचनाओं का पालन नहीं करता है तो उस पर कार्रवाई करें.
कुछ व्यापारियों का कहना है कि सुबह 7 बजे का समय भी ठीक नहीं है. कई व्यापार ऐसे हैं जो सुबह 9 बजे के बाद ही शुरू किए जाते हैं और दोपहर 4 बजे तक प्रतिष्ठान बंद कर देना पड़ता है. प्रशासन का काम है कि शाम 7 बजे तक सभी प्रतिष्ठानों को खोलने की अनुमति प्रदान करें तभी बाजारों की स्थिति ठीक हो सकेगी.