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  • हर बुखार और सर्दी, खांसी कोरोना की नहीं रहती,
  • रोगी डरें और घबराएं नहीं -डा.आशीष पनपालिया

अकोला. फिलहाल मौसम में परिवर्तन होने के कारण बीमारियां दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं. जिसमें मुख्य रूप से सर्दी, खांसी, बुखार के रोगियों की संख्या में दिन प्रतिदिन वृद्धि होती हुई देखी जा रही है. फिलहाल मौसम में अचानक परिवर्तन हुआ है. करीब 15 दिनों से अधिक समय से बदरीला मौसम था. अब दोपहर के समय थोड़ी थोड़ी धूप निकलने लगी है. इस तरह मौसम में एक बार और परिवर्तन हुआ है. इस मौसम के अचानक हुए परिवर्तन के कारण विशेष रूप से सर्दी, खांसी और बुखार के रोगी बढ़े हैं.

इसी तरह बड़ी संख्या में ऐसे भी लोग हैं जिनके हाथ, पैरों में दर्द रहता है. कुछ रोगी ऐसे भी पाए गए हैं जिन्हें भोजन करने में स्वाद नहीं आ रहा है. जिन रोगियों को सर्दी, खांसी, बुखार ओर बदन दर्द की शिकायतें हैं वे लोग भी कोरोना की दहशत में देखे जा रहे हैं. लगातार बुखार रहने पर डाक्टरों की सलाह रहती है कि कोरोना की टेस्टिंग कराएं.

उस अनुसार सर्दी, खांसी, बुखार के रोगी भी डरे हुए दिखाई दे रहे हैं. शहर में ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें मामूली सर्दी, खांसी या गले में खराश होने पर उन्हें मन में डर बैठ गया है कि उन्हें कोरोना हो गया है. ऐसे डरे हुए कई लोग आपको शहर में दिखाई देंगे. इस तरह कोरोना की दहशत लोगों में बढ़ गयी है. 

बड़ी संख्या में बुखार के रोगी

शहर में इस समय बुखार के रोगियों की संख्या काफी बढ़ गई है. डाक्टरों के अनुसार वायरल फीवर के रोगी बड़ी संख्या में शहर में हैं. वायरल फीवर यह मियादी बुखार है. इसका पूरा कोर्स करना पड़ता है. उसके बाद ही यह ठीक होता है. बड़ी संख्या में निजी और सरकारी दवाखानों में वायरल फीवर के रोगियों की भीड़ देखी जा सकती है. स्थानीय फिजीशियन डा.आशीष पनपालिया के अनुसार वायरल फीवर एक सप्ताह से दो सप्ताह तक रह सकता है. जिन लोगों की रोगप्रतिकारक शक्ति अच्छी रहती है वे सप्ताह भर में भी ठीक हो जाते हैं.

डा.पनपालिया का कहना है कि यदि हम लोगों को किसी भी रोगी ने फ्ल्यू के समान लक्षण दिखते हैं तो हम उसे तुरंत कोरोना का टेस्ट करने की सलाह देते हैं. उसके बाद यदि संबंधित रोगी की रिपोर्ट निगेटिव आती है तो उसकी बीमारी के अनुसार उसका इलाज किया जाता है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि हर बुखार और सर्दी, खांसी कोरोना की नहीं रहती है. इसलिए रोगी डरे और घबराएं नहीं और अपने फिजीशियन के पास जाकर अपना उपचार करवाएं.

कोरोना वायरस से डरने की कोई जरूरत नहीं है. यदि कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उसका सरकार के निर्देशों के अनुसार कोविड सेंटरों में उपचार किया जाता है. डा.पनपालिया ने कहा कि सभी का काम है कि अपने स्वास्थ्य का पूरी तरह ध्यान रखें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, मास्का नियमित रूप से उपयोग करें और डाक्टर की सलाह के अनुसार चलें.