अकोला. पिछले 17 वर्षों से जिले में बच्चों के विकास के लिए काम कर रहे सुगत वाघमारे के नियंत्रण में, ‘तीक्ष्मगत मल्टीपर्पज वेलफेयर सोसाइटी, अकोला’ के तहत ‘चाइल्ड लाइन’ की एक टीम ने तेल्हारा तहसील के दो बच्चों को उनके नशेड़ी पिता के चुंगल से बचाया. चाइल्ड लाइन के समन्वयक हर्षाली गजभिये और सदस्य विक्रांत बंसोड़ ने बताया कि लड़के को एक सरकारी बालगृह में और लड़की को गायत्री बालिकाश्रम में भर्ती कराया गया है.
तेल्हरा की सामाजिक कार्यकर्ता दीपिका देशमुख ने इन दोनों बच्चों की जानकारी पूरे अकोला जिले में कार्यरत चाइल्ड लाइन-1098 के कार्यालय में दी. दोनों बच्चे तेल्हारा तहसील के भीमनगर के रहने वाले हैं. उनके शराबी पिता बच्चों के साथ ठीक से व्यवहार नहीं करते थे और प्रतिदिन शराब पीकर उन्हें प्रताड़ित कर रहे थे. टीम के सदस्य राजेश मनवर ने तेल्हारा थाने के पुलिस कांस्टेबल इंगले के साथ पुष्टि के लिए घटनास्थल का दौरा किया था तब बच्चे और उनके पिता नहीं मिले.
इन बच्चों के पिता शराब पीकर, बच्चों की पिटाई कर, बच्चों को खाना और जरूरत का सामान न देकर बच्चों को परेशान करते हैं इसलिए बच्चे घर पर नहीं रहते, बाहर सोते हैं. ये बच्चे अपनी आजीविका के लिए दूसरों से भीख मांग रहे थे. जिससे टीम ने उनकी खोज की और उसके बाद बाल कल्याण समिति अकोला के मौखिक आदेश के अनुसार बालक को तुकाराम चौक स्थित शासकीय बाल गृह में तथा बालिका को मलकापुर के गायत्री बालिकाश्रम में भर्ती कराया गया है.