अकोला. फरवरी माह से कोरोना वायरस से कहर मचाया है. जिले में जाल बिछाकर दिन प्रतिदिन 250 से 300 व्यक्तियों को कोरोना वायरस का संक्रमण हो रहा है. पिछले 20 दिनों में संक्रमित मरीजों की संख्या ने गत दस माह का उच्चांक तोड़ा है.
कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से वृध्दि होने से जिलावासी दहशत में है. जिले में कोरोना का पहला मरीज 7 अप्रैल 2020 को पाया गया था. जिससे सरकारी मेडिकल कालेज तथा जिला सर्वोपचार अस्पताल ने फरवरी 2020 से तैयारी की थी. कोरोना संदिग्ध मरीजों के लिए स्वतंत्र कक्ष कार्यान्वित किया था.
अप्रैल माह के बाद मरीजों की संख्या में वृध्दि होकर परिस्थिति बेकाबू होने का देखकर सर्वोपचार अस्पताल ने अन्य बीमारी के कक्ष बंद रखकर कोरोना के लिए करीब 14 कक्ष कार्यान्वित किए थे. बढ़ती मरीजों की संख्या से सरकार ने निजी अस्पताल में कोविड केयर सेंटर शुरू करने की अनुमति दी थी.
इस दौरान अक्टूबर माह से कोरोना वायरस के संक्रमण की गति धीमी हो गई थी. नवंबर, दिसंबर और जनवरी में मरीजों में कमी आने लगी. जिससे सर्वोपचार अस्पताल में कोरोना के लिए शुरू किए कक्ष खाली हो गए. इस दौरान फरवरी माह से कोरोना वायरस ने फिर से कहर मचाया है. जिससे कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या फिर से बढ़ने से जिला प्रशासन ने लाकडाउन लगाया है.
एक ही सप्ताह में करीब 1,500 मरीजों की वृध्दि
जिले में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजि से बढ़ रहा है. पाजिटिव मरीजों की संख्या में प्रतिदिन नया उच्चांक स्थापित कर रही है. 17 से 23 फरवरी इस सप्ताह के भीतर जिले में 1,537 कोरोना पाजिटिव मरीजों की संख्या दर्ज हो गई है. बढ़ती मरीजों की संख्या से महानगर पालिका क्षेत्र में 28 फरवरी तक लाकडाउन लगाया गया है.