अकोला. जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिलाधिकारी जीतेंद्र पापलकर ने बुधवार की देर शाम जायजा बैठक लेकर गुरुवार से शहर में शुरू किए जा रहे स्वास्थ्य सर्वे में गंभीर तथा संदिग्ध मरीजों को संस्थागत अलगीकरण में निरीक्षण में रखने का निर्णय लिया. मरीजों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए, जिला प्रशासन ने अकोला शहर की मनपा सीमा में स्वास्थ्य जांच अभियान चलाने का निर्णय लिया है.
इस अभियान में कोरोना संदिग्ध पाए जाने पर उन्हें डा. पंजाबराव देशमुख कृषि विद्यापीठ में स्थित संस्थागत अलगीकरण में निरीक्षण में रखा जाएगा. यह निर्देश जिलाधिकारी पापलकर ने दिए. लक्षण पाए जाने पर उनके गले के स्वैब के नमूनों की जांच की जाएगी. रिपोर्ट पाजिटिव आने पर उन्हें जीएमसी में उपचार हेतु लाया जाएगा एवं रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें उनके घर होम क्वारंटाइन में रखा जाएगा.
650 बिस्तरों की व्यवस्था
संस्थागत अलगाव की इस प्रणाली को डा.पंजाबराव देशमुख वर्तमान में कृषि विश्वविद्यालय की छात्रावास और अन्य इमारतों में हैं. यहां 650 बिस्तरों की व्यवस्था की गई है. इसी तरह गुरुवार से मनपा क्षेत्र के प्रत्येक घर के प्रत्येक सदस्यों की स्वास्थ्य जांच अभियान के तहत की जाएगी. जिसका प्रारंभ प्रतिबंधित क्षेत्र से करें यह निर्देश जिलाधिकारी ने जायजा बैठक में दिए.
इस अवसर पर जिलाधिकारी जीतेंद्र पापलकर सहित पुलिस अधीक्षक अमोघ गावकर, जि.प. के सीईओ डा.सुभाष पवार, मनपा आयुक्त संजय कापडणीस, सरकारी चिकित्सा मवि के अधिष्ठाता डा. कुसुमाकर घोरपडे, जिला शल्य चिकित्सक डा. राजकुमार चव्हाण, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. सुरेश आसोले, निवासी उप जिलाधिकारी संजय खड़से उपस्थित थे.