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अकोला. महानगर का कोई मार्ग ऐसा नहीं है जिस मार्ग पर धूल न हो. इस धूल के कारण लोगों का अब रास्ता चलना मुश्किल हो रहा है. अकोला महानगर में मुख्य मार्गों से लेकर किसी भी छोटे रास्ते पर भी चलने पर धूल ही धूल उड़ती रहती है. जिसके कारण लोगों की आंखों में अब जलन होने लगी है. कोई सड़क ऐसी नहीं है जिस पर धूल जमा न हो.

थोड़ी भी हवा चली तो धूल उड़ने लगती है और थोड़ी तेज हवा चलने पर महानगर में धूल के बादल देखे जा सकते हैं. इसी तरह इस धूल के साथ साथ अन्य प्रदूषण भी काफी बढ़े हैं. अनेक स्थानों पर सड़कों का काम शुरु है. इस कारण भी धूल बढ़ी है. इसी तरह बड़ी संख्या में वाहनों की जांच न किए जाने के कारण भी प्रदूषण तेज गति से बढ़ा है. 

काला धुआं छोड़ने वाले वाहनों पर भी कार्रवाई जरुरी

अनेक ऑटो रिक्शें अपने पीछे काला धुआं छोड़ते हुए चलते हैं. ऐसा लगता है कि जैसे अनेक ऑटो रिक्शें केरोसिन पर चलाए जा रहे हैं. कार्बोरेटर पर पेट्रोल डालकर आटोरिक्शा शुरु कर लिया जाता है फिर केरोसिन पर आटोरिक्शा चलाया जाता है जिसके कारण वह अपने पीछे गहरा काला धुआ छोड़ते हुए चलता है. इस कारण लोगों की आंखों तथा चेहरे पर जलन होने लगती है. सड़कों पर जमा धूल तथा आटो रिक्शा का धुआं इस कारण लोगों की आंखों तथा चेहरे पर अब गहरी जलन होने लगी है. इस तरह महानगर में धूल तथा प्रदूषण काफी फैल रहा है. बड़ी संख्या में कई पुराने बड़े वाहन भी देखे जा सकते हैं. जिनकी जांच न होने के कारण यह वाहन भी अपने पीछे गहरा काला धुआं छोड़ते हैं. 

इस तरह महानगर धूल तथा प्रदूषण का महानगर बन गया है. महानगर में गौरक्षण रोड़, मलकापुर रोड़, सिंधी कैम्प रोड़, स्टेशन रोड़, लेडी हार्डिंग रोड़, टॉवर से जठारपेठ रोड़ आदि कई मार्ग ऐसे हैं जहां धूल उड़ती रहती है. अकोट रोड़ पर सड़क का नवीनीकरण बहुत मंद गति से शुरु है. यहां भी जब हवा चलती है लोग वाहन चलाते समय घबरा जाते हैं, इतनी धूल यहां उड़ती है. यहां तो इतनी धूल है कि अकोट रोड़ की धूल दोनों तरफ स्थित खेतों की फसलों पर जम जाती है. जिसके कारण फसलों को भी नुकसान पहुंच रहा है. अभी महानगर में कुछ दिनों में कई नई सीमेंट की सड़कें बनायी गयी हैं. जिन सड़कों पर काफी धूल जमी रहती है और हवा चलने पर यह धूल उड़ती रहती है.

अकोला मनपा का काम है कि एक बार युद्ध स्तर पर सफाई अभियान चलाकर सड़कों पर जमी धूल पूरी तरह से साफ करवाएं. जिससे लोगों को धूल से मुक्ति मिल सके. इसी तरह आरटीओ तथा यातायात पुलिस विभाग का काम है कि वह महानगर में चलाए जा रहे सभी प्रकार के वाहनों की जांच करें तथा प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर सख्त कार्रवाई करें. क्योंकि इस गहरे काले धुएं के कारण अब चेहरे पर जलन के साथ साथ आंखों की बीमारियां भी फैलने लगी है. इस ओर आरटीओ तथा पुलिस विभाग द्वारा सख्ती से ध्यान दिया जाना जरुरी है.