अकोला. कोरोना का सामना करने के लिए सरकार के पास सिर्फ लॉकडाउन की एसओपी है. अभी तक उपाययोजनात्मक नीति तैयार नही की गई है. जिससे कोरोना संकट का सामना कैसे करेंगे, इसकी निश्चित नीति उपलब्ध नही है. यह प्रतिपादन वंचित बहुजन आघाड़ी के राष्ट्रीय नेता एड. प्रकाश आंबेडकर पत्र परिषद में किया है. पत्र परिषद में जिला परिषद की अध्यक्षा प्रतिभा भोजने, डा. धैर्यवर्धन पुंडकर, ज्ञानेश्वर सुलताने, प्रदीप वानखडे, सावित्रीबाई राठौड़, डा. प्रसन्नजीत गवई व पराग गवई आदि उपस्थित थे.
उन्होंने कहा कि आज जिलाधिकारी से भेंट कर जिला परिषद भवन में जिप की ओर से 50 बेड की सुविधा उपलब्ध करने का प्रस्ताव दिया जाएगा. इसके लिए जिले के दानशुर व्यक्तियों ने सामने आकर जिप सीईओ द्वारा बेड की सुविधा के लिए मदद करने का आहवान किया है. महानगर पालिका क्षेत्र के सभी कोविड सेंटर फिर से शुरू किए जाए. होम क्वारंटाईन मरीजों से ही कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ा है.
जिससे प्रशासन ने कोविड सेंटर शुरू करना चाहिए तथा मरीजों को उचित सेवा देनी चाहिए. सुपर स्पेशालिटी हॉस्पिटल शुरू करें. प्रशासन ने नोडल अधिकारी की नियुक्ति करनी चाहिए. नोडल अधिकारी ने प्रमाणित करने के बाद ही मरीजों ने अस्पताल का बिल भरना चाहिए. उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन की मार्केटिंग शुरू है. देश में ही लॉकडाउन लगने की संभावना है.