जिले के 77 गांवों में बाढ़ का खतरा! संभावित बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन तैयार

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    • तहसील स्तर पर बाढ़ सुरक्षा सामग्री उपलब्ध

    अकोला. मौसम विभाग ने इस साल अच्छी बारिश का अनुमान जताया है. महाराष्ट्र में रविवार को मानसून का आगमन हुआ है. इसलिए इस साल जिले की प्रमुख नदियों में बाढ़ की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने संभावित बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर ली है. बाढ़ से बचाव के लिए आवश्यक सामग्री तहसील स्तर पर उपलब्ध करा दी गई है. पिछले साल जिले में अच्छी बारिश के कारण इस गर्मी में पानी की समस्या नहीं थी.

    अकोला जिले से पूर्णा, उमा, काटेपूर्णा, मोर्णा, शहानुर, मन, आस, विश्वामित्री, निर्गुणा, गांधारी और वान आदि नदियां बहती है. इनमें से काटेपूर्णा, उमा, शहानुर और वान नदी पर बांध के निर्माण किए गए है. यदि मानसून के दौरान बांध क्षेत्र में भारी बारिश होती है, तो द्वार खोल दिए जाते हैं और बांध भरते ही पानी छोड़ दिया जाता है. यदि बांध से पानी न छोड़ा जाए तो पानी का दबाव बांध की दीवारों को तोड़ देगा और गंभीर स्थिति उत्पन्न हो सकती है. ऐसी स्थिति को रोकने के लिए बांध के दरवाजे खोले जाते हैं.

    अकोला जिले के आसपास के गांव और बस्तियां पहले भी बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुई हैं. इस बीच हर साल मानसून से पहले, पुणे की राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन विभाग की एक टीम अकोला आती है और संबंधित लोगों को बाढ़ सुरक्षा प्रशिक्षण प्रदान करती है. लेकिन पिछले साल से कोरोना के कारण प्रशिक्षण पिछले साल से बंद है. हालांकि जिन अधिकारियों और कर्मचारियों को पहले प्रशिक्षित किया गया है, उन्हें बाढ़ सुरक्षा की जिम्मेदारी वहन करनी होगी.

    77 गांवों को बाढ़ का खतरा

    अकोला जिले के उक्त नदियों के किनारे बसे करीब 77 गांवों में बाढ़ का खतरा है. जिसमें अकोला तहसील के 12 गांव, बार्शीटाकली तहसील के 12 गांव, अकोट तहसील के 10, तेल्हारा तहसील के 11, बालापुर तहसील के 8, पातुर तहसील के 10 तथा मुर्तिजापुर तहसील के 14 गांव शामिल हैं. 

    संभावित बाढ़ग्रस्त गांव

    जिले के संभावित बाढ़ग्रस्त गांवों में अकोला तहसील के म्हैसांग, एकलारा, कपिलेश्वर, वडद बु., दोनवाडा, गांधीग्राम, धामणा, चांगेफल, म्हैसपुर, चांदूर, सांगवी बु., कुरणखेड शामिल हैं. इसी तरह बार्शीटाकली तहसील के चिंचखेड़, निंभोरा, तामशी, खांबोरा, वरखेड, वाघजली, दोनद बु., टाकली, राजंदा, सुकली, सिंदखेड़, अकोट तहसील के केलीवेली, किनखेड़, पलसोद, पनोरी, पिलकवाड़ी, कुटासा, मुंडगांव, अकोट, करोडी, वरूर, तेल्हारा तहसील के मन्नात्री बु., डवला, तलेगांव वडनेर, तलेगांव पातुर्डा, नेर, सांगवी, उमरी, पिवंदल, दानापुर, सौंदला, वारखेड़, बालापुर तहसील के वाड़ेगांव, बाभुलखेड़, कासारखेड़, हाता, अंदुरा, लोहारा, कवठा, हातरूण, पातुर तहसील के पास्टुल, भंडारज बु., आगीखेड़, कोठारी बु., चोंढी, विवरा, आलेगांव, वहाला बु., सस्ती, तुलंगा, मुर्तिजापुर के हेंडज, पिंगला, कोलसरा, भटोरी, दातवी, सांगवी, दुर्गवाडा, दापुरा, हिवरा कोरडे, लाखपुरी, माना, खंदला, पोही, उनखेड़ शामिल हैं.

    उपलब्ध बाढ़ सुरक्षा सामग्री:

    सामग्री                  तहसीलवार वितरण      कुल उपलब्ध नग

    लाईफ जैकेट            प्रति तहसील 10        70 

    इन्फलेटेबल लाईफजैकेट    प्रति तहसील 10    80

    लाईफ रिंग  प्रति तहसील 10    80

    इन्फलेटेबल बोट  अकोट तहसील 01      02                         

            अकोला तहसील 01        

    सर्च लाईट प्रति तहसील 02  14 

    रोप 12 एमएम  प्रति तहसील 100    200 मीटर 

    इमर्जन्सी लाईट प्रति तहसील 01    07