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    • डा.राजेंद्र शिंगणे ने दिए निर्देश

    अकोला. नागरिकों को अच्छी गुणवत्ता व प्रमाणित खाद्य पदार्थ और दवाएं प्राप्त करने के लिए जिस तरह की अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं मुंबई, औरंगाबाद और नागपुर में हैं, ऐसी अत्याधुनिक प्रयोगशाला संभाग के पांच जिलों के लिए वाशिम में खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा निर्माण की जा रही है.

    इस प्रयोगशाला के निर्माण का कार्य शीघ्र पूरा करें और प्रयोगशाला के पदों के संदर्भ के प्रस्ताव को तुरंत प्रस्तुत करें, यह निर्देश राज्य के खाद्य एवं औषधि प्रशासन मंत्री डा.राजेंद्र शिंगणे ने दिए हैं. वे सोमवार को अकोला जिले के दौरे पर थे. इस समय उन्होंने मुर्तिजापुर में खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के कामकाज के जायजा लिया. इस अवसर पर अमरावती विभाग के सह आयुक्त (अन्न) सुरेश अन्नापुरे, सह आयुक्त अशोक बरडे, सहायक आयुक्त घरोटे, सहा.आयुक्त (औषधि) विनय सुलोचने, सागर तेरकर, हेमंत मेटकर, अन्न सुरक्षा अधिकारी प्रभाकर काले आदि उपस्थित थे.

    खाद्य एवं औषधि प्रशासन मंत्री डा.राजेंद्र शिंगणे ने कहा कि अवैध गुटका, राज्य में प्रतिबंधक खाद्य पदार्थों को रोकने के प्रयास सरकार कर रही है. अमरावती संभाग में भी अवैध गुटके की बिक्री शुरू होने से उस पर तत्कार कार्रवाई करें. उन्होंने आगे कहा कि कोविड की कमी के कारण ब्लैक फंगस की बीमारी कम हो रही है.

    इस बीमारी पर दवाएं महंगी हैं और इसकी रेशनिंग आवश्यक है. ब्लैक फंगस पर प्रभावी एंटी फंगल दवाओं की कमी नहीं होनी चाहिए. यह दवाएं सरकारी अस्पतालों में मरीजों को दी जा रही हैं और निजी अस्पतालों में भी उपलब्ध हैं. खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग में रिक्त पदों को भरने के लिए सरकारी स्तर पर कोशिश शुरू है. इसके लिए सरकार सकारात्मक है और रिक्त पदों को जल्द ही भर लिया जाएगा. इसके अलावा दूध, खाद्य पदार्थों की जांच की जानी चाहिए.

    यदि मिलावट के अनुपात में जांच की संख्या में वृद्धि जा सकती है. कोरोना वायरस संक्रमण के प्रभाव को देखते हैं, खाद्य पदार्थों को स्वच्छता रखना चाहिए. खुले पर खाद्य पदार्थ नहीं बेचना चाहिए. इस संदर्भ में विभग ने अभियान चलाकर खाद्य पदार्थों की जांच करनी चाहिए. कहीं भी खाद्य पदार्थों के कारण अनुचित प्रकार न हो इस संदर्भ में सतर्कता बरतें, यह निर्देश डा.राजेंद्र शिंगणे ने दिए है.