मूंग व उड़द पर इल्लियों का हमला, किसान पर फिर आर्थिक संकट

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अकोला. अकोला जिले की सातों तहसीलों में इस वर्ष बारिश अच्छी हुई है लेकिन फसलों के अंकुरित होने के बाद जैसे ही फसल बढ़ने पर आई, उस समय मूंग और उड़द की फसलों पर इल्लियों का आक्रमण होने से किसानों को फिर आर्थिक संकट में डाल दिया है. वहीं किसानों द्वारा अज्ञात बीमारी के कारण फसलें खराब होने की आशंका व्यक्त की जा रही है.

अज्ञात बीमारी की चपेट में फसल
खरीफ मौसम की मूंग की फसलों पर अज्ञात बीमारी का संकट है. बालापुर तहसील के किसानों द्वारा लगभग 2,500 हेक्टेयर खेत जमीन में मूंग की बुआई की गई है. मूंग की फसल यह सबसे पहले आती है जिसके कारण किसानों को आर्थिक समबल मिलता है. लेकिन इस वर्ष मूंग की फसलें अज्ञात बीमारी के कारण मुरझाते हुए दिखाई दे रही है. वातावरण में बदलाव के कारण फसलें मुरझाने की जानकारी दी जा रही है लेकिन विशेषज्ञों द्वारा निरीक्षण किए जाने के बाद ही बीमारी के संदर्भ में जानकारी मिल सकती है. यह बात कृषि विभाग द्वारा कही जा रही है. 

बालापुर तहसील के मूंग उत्पादक किसान परेशान दिखाई दे रहे हैं. उन्हें पोला उत्सव के पहले मूंग की फसल न मिलने की आशंका से वे परेशान हो गए हैं. इसी तरह उड़द फसल पर भी इल्लियों का आक्रमण होने के समाचार मिले हैं. ग्राम बोरगांव वैराले परिसर के किसान इस संकट से परेशान दिखाई दे रहे हैं. 

कपास पर बोंड इल्लियां
उड़द फसल के पत्ते सूख रहे हैं. इसी तरह कपास की फसल पर भी बोंड इल्लियों का आक्रमण होने से किसान चिंतित है. किसान कृषि विभाग की सलाह के अनुसार खेतों की फसलों पर छिड़काव कर रहे है लेकिन कोई लाभ होता दिखाई नहीं दे रहा है. इस संदर्भ में बालापुर के तहसील कृषि अधिकारी नंदकुमार माने ने बताया कि डा.पीडीकेवी के किटकशास्त्र विभाग के विशेषज्ञों द्वारा दी गयी सलाह के अनुसार किसान अपने खेतों में रासायनिक छिड़काव कर रहे हैं. इसका लाभ मिलेगा लेकिन कुछ समय लगेगा.