अकोला. अकोला जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कानून व्यवस्था जैसे पूरी तरह से लड़खड़ा कर रह गयी है. जिसके कारण लोगों में असुरक्षा तथा दहशत देखी जा रही है. आए दिन मारपीट, गुंडागर्दी तथा खून की घटनाएं घट रही हैं. यह सब घटनाएं कानून व्यवस्था को लेकर एक सवाल खड़ा कर रही हैं. एक तरफ शहर के साथ साथ जिला कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है. उस पर अब कानून व्यवस्था भी जैसे हिल गयी है. हाल ही में अकोला जिले के खरप ग्राम में पिता, पुत्र दोनों की हत्या की घटना घटी. इसके बाद इसी तरह जिले के मांजरी गांव में मारपीट में एक व्यक्ति की हत्या कर दी गयी. इसके बाद जिले के ही बोरगांव मंजू में एक व्यक्ति की हत्या कर दी गयी.
इसी तरह औद्योगिक क्षेत्र में समलैंगिक संबंधों को लेकर एक युवक की हत्या हुई, इसके बाद पातुर तहसील के अंबाशी गांव में पानी भरने को लेकर उपजे विवाद में जमकर मारपीट हुई जिसमें उपचार के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गयी, इन घटनाओं की जांच अभी शुरु ही थी कि अकोट में एक विवाद को लेकर एक युवक की हत्या कर दी गयी. कुल मिलाकर आए दिन इस तरह की हत्या की घटनाए, मारपीट की घटनाएं, कानून व्यवस्था को तोड़नेवाली घटनाएं शहर तथा जिले में रोज घट रही हैं.
यदि पुलिस बल कम है तो पुलिस बल की पूर्ति होनी चाहिए, क्योंकि अभी सर्वाधिक महत्वपूर्ण लड़ाई कोरोना वायरस के खिलाफ की जानेवाली लड़ाई है. कुल मिलाकर शहर तथा जिले की स्थिति बहुत खराब है. ऐसी परस्थितिि में यदि कानून व्यवस्था बिगड़ती है तो समझ लेना चाहिए की हालात अच्छे नहीं हैं. कानून व्यवस्था को आए दिन धक्का लग रहा है. हाल ही में चोहोट्टा बाजार में पेट्रोल पम्प के पास बुधवार की रात एक मोटरसाइकिल पर आ रहे 20 वर्षीय युवक को किसी अज्ञात वाहन ने उड़ा दिया जिसमें दुर्घटना स्थल पर ही युवक की मौत हो गयी. अज्ञात वाहन फरार हो गया.
सबसे हृदयविदारक बात यह है कि इस युवक की लाश रात भर दुर्घटना स्थल पर पड़ी रही. अब पुलिस द्वारा जांच की जा रही है. कुछ कुछ घटनाएं देख कर ऐसा लगता है कि जैसे कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत खराब है. इसी के साथ साथ मामला यहीं रुक नहीं जाता है. चोरी की घटनाएं भी शहर के साथ साथ जिले भर में घट रही हैं. छोटी मोटी चोरी की घटनाएं तो लोग भूल भी जा रहे हैं. छोटी छोटी चोरी की घटनाओं की कोई रिपोर्ट भी नहीं करता है. लेकिन बड़ी घटनाएं भी घट रही हैं. इस कारण अब काफी लोग जैसे खुद को असुरक्षित से महसूस करने लगे हैं. लेकिन आज भी इस बारे में पुलिस विभाग के साथ साथ जिला प्रशासन जरा भी गंभीर नहीं दिखाई दे रहा है. कुल मिलाकर स्थिति बहुत खराब है. पिछले कुछ समय में स्थिति काफी बिगड़ी है.
पुलिस विभाग द्वारा इस पर नियंत्रण किया जाना बहुत जरुरी है. जिससे समय रहते अप्रिय घटनाओं को रोका जा सके. प्राप्त जानकारी के अनुसार कोरोना वायरस को लेकर कंटेनमेंट जोन में पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगायी गयी है. यह देखते हुए राज्य सरकार का काम है कि अकोला के लिए अतिरक्ति पुलिस बल यहां भेजें, इसी के साथ साथ पुलिस बल में जो भी कर्मचारियों और अधिकारियों के पद रक्ति हैं उन पदों को तुरंत भरा जाये जिससे कानून व्यवस्था सूचारु रुप से चल सकें. इस ओर सरकार द्वारा गंभीरता से ध्यान दिया जाना जरुरी है.