महाबीज की पहल, अकोला में देश का प्रथम सौर उर्जा गोदाम

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अकोला. अकोला महानगर के समीप ग्राम शिवनी में देश का प्रथम सौर उर्जा पर चलित, वातानुकूलित और नमी विरहित अत्याधुनिक गोदाम शुरु किया गया है. जिसके लिए महाराष्ट्र राज्य बीज निगम (महाबीज) ने पहल की है. यह प्रकल्प राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के वित्तीय सहायता निधि से निर्मित किया गया है. यह जानकारी महाबीज के महाव्यवस्थापक प्रशांत पागृत ने दी.

उन्होंने कहा कि इस प्रकल्प में बेहतर क्वालिटी और गुणवत्ता से पूर्ण बीजों का स्टाक करने की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है, जिसका लाभ महाबीज के साथ साथ सभी किसानों को निश्चित रुप से मिलेगा. यह संपूर्ण प्रकल्प सौर उर्जा पर आधारित है. इस प्रकल्प में बीजों की क्वालिटी के अनुसार स्टाक करने हेतु आवश्यक नमी का प्रमाण और तापमान नियंत्रित करनेवाले 6 स्वतंत्र कमरे तैयार किए गए हैं. 

गोदाम की विशेषताएं

सौर उर्जा पर आधारित इस अत्याधुनिक गोदाम में स्टाक करने के लिए बीजों की उगम क्षमता और तेजी से बीजों की बढ़ती पैदावार को अधिक समयावधि तक बनाए रखना संभव होगा. यह गोदाम अब कार्यान्वित होने से भविष्य में वातावरण के कारण हो रही क्षति को रोक कर गुणवत्ता बनाए रखना आसान होगा. आगामी मौसम के लिए बीजों को उपयोग में भी लाए जा सकने की जानकारी महाव्यवस्थापक पागृत ने दी है. 

गोदाम की स्टाक क्षमता

इस प्रकल्प के अंतर्गत गोदाम कक्ष क्र.1 की स्टाक क्षमता लगभग 40 मेट्रिक टन है. इसी तरह कक्ष क्र.2 की 220, कक्ष क्र.3 की 130, कक्ष क्र.4 की 130, कक्ष क्र.5 की 190 और गोदाम के कक्ष क्र.6 की स्टाक क्षमता 290 मेट्रिक टन है. पूरे गोदाम में लगभग 1000 मेट्रिक टन तक बीजों का स्टाक रखने की क्षमता महाबीज को उपलब्ध हुई है. 

गोदाम की व्यवस्था

सौर उर्जा पर आधारित अत्याधुनिक गोदाम की व्यवस्था इस तरह रखी गयी है कि सभी कक्षों में क्वालिटी के अनुसार बीज रखे जा सकेंगे. गोदाम के कक्ष क्र.1 में मुलभूत बीजों को रखा जाएगा. जबकि कक्षा क्र.2, 3, 4 में सब्जियों के बीज रखे जाएंगे. इसी तरह कक्ष क्र.5 और 6 में प्रमाणित बीजों को रखा जाएगा. यह जानकारी महाबीज के व्यवस्थापकीय संचालक अनिल भंडारी ने दी है.